नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज लखनऊ के के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज (KJMU) के ट्रॉमा सेंटर में पहुंचे और अस्पताल में सुविधाओं का जायज़ा लिया। आदित्यनाथ ने वहां एक गैंगरेप पीड़िता से भी मुलाकात की और उनका हाल चाल पूछा तथा मामले में कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया। गैंगरेप की पीड़िता उत्तर प्रदेश के रायबरेली की रहने वाली है और लखनऊ के KJMU में उसका इलाज चल रहा है।
ये भी पढ़ें
एक्शन में योगी सरकार: 300 से ज्यादा बूचड़खाने सील, 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी सस्पेंड
आखिर कौन था रोमियो और क्या थी उसकी प्रेम कहानी?
शिवेसना सांसद ने AI के बुजुर्ग अधिकारी को मारा चप्पल, विडियो आया सामने
अपने ऑफिस में आजम खान की फोटो देख भड़के मोहसिन रजा
पाकिस्तान को PoK, गिलगिट-बाल्टिस्तान खाली करना होगा: भारत
UP: कार्यभार ग्रहण करने गए मंत्री ने खुद लगाई दफ्तर में झाड़ू
इससे पहले गुरुवार को वह लखनऊ के हज़रतगंज थाने पहुंचे थे और अधिकारियों से कानून-व्यवस्था की हालत और पुलिस प्रशासन की तैयारियों को लेकर बातचीत की। परसों योगी सचिवालय पहुंचे तो वहां की गंदगी को देखकर अफसरों को निर्देश दे डाले। 45 मिनट तक सचिवालय का चक्कर लगाकर सरकारी कार्यालयों में गुटखा और पान मसाला खाने पर प्रतिबंध लगा दिया हालांकि यह प्रतिबंध पूरे उत्तर प्रदेश में पिछली समाजवादी सरकार ने ही लगा दिया था लेकिन इसे पूरी तरह लागू करवाने की ज़िम्मेदारी अब नए मुख्यमंत्री पर है।
100 से ज्यादा पुलिसकर्मी सस्पेंड
वहीं खबरों के मुताबिक योगी सरकार के बनने के बाद प्रदेश के विभिन्न शहरों में अभी तक 100 से अधिक पुलिसकर्मी सस्पेंड किए जा चुके हैं। सस्पेंड किए गए ज्यादातर पुलिसकर्मी गाजियाबाद, मेरठ, नोएडा और लखनऊ के हैं। पुलिस अधिकारियों ने सस्पेंड किए गए पुलिसकर्मियों को दागी बताया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के पीआरओ राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी सस्पेंड किए गए। उनमें ज्यादातर कॉन्सटेबल हैं। डीजीपी जावेद अहमद के निर्देश पर इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक्शन लिया गया। सीएम चाहते हैं जनता थाने में बिना किसी डर के अपनी बात कह पाये और फरियादी को पुलिस की ओर से पूरा सम्मान मिले। पीडित की तत्काल एफआईआर हो और थाना प्रभारी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करे।