लखनऊ: अगले साल यानी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार ने किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तर प्रदेश के किसानों को बड़ा तोहफा दिया हैं। लखनऊ के डिफेंन्स एक्सपो ग्राउंड वृंदावन क्षेत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाजपा के किसान सम्मेलन में गन्ना समर्थन मूल्य में 25 रुपए की बढ़ोतरी का ऐलान किया। इसी तरह 315 वाले की कीमत 340 और 305 वाले की 330 रुपया मिलेगी। साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने किसानों के बिजली के बकाए बिल पर ब्याज भी माफ करने की घोषणा की।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा द्वारा आयोजित 'किसान सम्मेलन' में कहा कि सामान्य गन्ना मूल्य 315 रुपये प्रति कुंतल से बढ़ाकर 340 रुपये किया जा रहा है। समाजवादी पार्टी की सरकार में 11 चीनी मिलें बंद हुई थीं। हमने बंद चीनी मिलों को चलाने का काम किया। SP, BSP सरकारों ने जिन चीनी मिलों को बेचने का काम किया था उनमें से जो चीनी मिलें वापस आ सकती थी हमने उनमें नए संयंत्र लगाकर शुरू किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमने अपनी सरकार के कार्यकाल में किसी भी मिल को बेचने का काम नहीं किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब गन्ना किसानों को 325 की जगह 350 रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से भुगतान किया जाएगा। सामान्य गन्ने के लिए 315 के बजाय 340 रुपये का भुगतान किया जाएगा। गन्ना मूल्य में वृद्धि से गन्ना किसानों की आय में आठ फीसदी की बढ़ोत्तरी होगी। इससे प्रदेश के 45 लाख किसानों की आय में बढ़ोत्तरी होगी।
किसान सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बहुजन समाजवादी सरकार के दौरान 21 चीनी मिलें बंद हुई थीं। उन्होंने औने-पौने दामों पर चीनी मिलों को बेच दिया था। 250-300 करोड़ रुपए की चीनी मिलों को 25-30 करोड़ रुपए में बेचने का काम हुआ था। अगर हम गेहूं खरीद की बात करें तो पिछली सरकार ने 19,02,098 किसानों को 12,808 करोड़ रुपए का भुगतान किया था। हमारी सरकार ने 43,75,574 किसानों को 36,504 करोड़ रुपए का गेहूं भुगतान उनके खाते में किया। बता दें कि, उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी विपक्ष के हर हमले का माकूल जवाब देने की तैयारी कर रही है। किसानों के मुद्दे पर विपक्षी दल भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं भाजपा भी जिला तथा मंडल के बाद अब प्रदेश स्तर का किसान सम्मेलन कर रही है।