लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के वनटांगियां गांव तिनकोनिया नं0-3 में बुधवार को करीब 215 लाख रुपये की लागत से कुल छह परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास कर ग्रामीणों को दीपावली की सौगात दी। मुख्यमंत्री पिछले कई सालों से गोरखपुर के वनटांगियां गांव में दीपावली मनाने आते है। गांव वासी अपने गांव में सफाई आदि कर उनका स्वागत करते है।
इन विकास कार्यों में 151.66 लाख रुपये की चार परियोजनाओं का शिलान्यास तथा 63.35 लाख रुपये की दो परियोजनाओं का लोकार्पण शामिल है। इसके अलावा उन्होंने 10 छात्रों को स्कूल ड्रेस एवं स्वेटर, मुख्यमंत्री आवास के 10 लाभार्थियों को प्रमाण-पत्र, विधवा पेंशन के 3, वृद्धावस्था पेंशन के 4 तथा दिव्यांगजन पेंशन के 3 लाभार्थियों को स्वीकृति-पत्र वितरित किये।
इस अवसर पर योगी ने कहा कि इन गांवों में 100 वर्षों के बाद नयी खुशी आई है। यहां के लोग वर्षों से विकास की योजनाओं से अछूते थे। राजस्व ग्राम बन जाने से अब वनटांगियां गांव में सभी योजनाएं पहुंच रही हैं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इसी तरह प्रदेश के सभी वनटांगियां गांवों को इन योजनाओं से लाभान्वित करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महराजगंज के 18, बलरामपुर, गोण्डा तथा गोरखपुर के 5-5 वनटांगियां को राजस्व गांव का दर्जा दिया जा चुका है। बहराइच के वनटांगियां गांव को भी राजस्व गांव का दर्जा देने की दिशा में कार्य चल रहा है। लखीमपुर खीरी में भी इस प्रक्रिया को बढाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इन गांव में बड़ी आबादी रहती है, लेकिन उन्हें कोई मूलभूत सुविधा प्राप्त नहीं थी किन्तु पिछले एक वर्ष के दौरान इन गांवों में शासकीय योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित कर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने की दिशा में निरन्तर कार्य जारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्व-त्योहार सामूहिक रूप से मनाये जाते हैं और हमारी परम्परा है कि हम सुख-दुख में एक-दूसरे के सहभागी बन सकें। उन्होंने कहा कि आज़ादी के 70 वर्षों से राजस्व गांव की मांग इन वनटांगियां गांवों के निवासियों द्वारा की जा रही थी।
योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार बिना भेदभाव के समाज के हर तबके के विकास के लिए कार्य कर रही है। हर गरीब के पास छत हो, इस उद्देश्य से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें आवास मुहैया कराये जा रहे हैं। कोई भी पात्र व्यक्ति पेंशन से वंचित नहीं रहेगा। कुष्ठ रोगियों को आवास मिलेगा और प्रधानमंत्री आवास योजना से बचे हुए लाभार्थियों को मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत लाया जायेगा। विकास से ही हमारे जीवन में खुशहाली आ सकती है। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर बल देते हुए कहा कि महिला आत्मनिर्भर होगी तो पूरा परिवार आत्मनिर्भर बनेगा।