लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में गुरुवार को पेश योगी सरकार के वार्षिक बजट में गोवंश का खास ख्याल रखा गया है। योगी आदित्यनाथ के इस बजट में लावारिस गोवंशीय पशुओं के रखरखाव और गोशालाओं के निर्माण के लिए करीब 448 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल द्वारा प्रस्तुत बजट में ग्रामीण क्षेत्रों में गोवंशीय पशुओं के रख-रखाव एवं गोशाला निर्माण कार्य के लिए 247.60 करोड़ रुपये आबंटित किए गए हैं। इसके अलावा शहरी क्षेत्रों में कान्हा गोशाला एवं बेसहारा पशु आश्रय योजना के लिए 200 करोड़ रुपये की बजट व्यवस्था की गई है।
प्रदेश में गोवंश संवर्द्धन के लिए पशुपालन एवं दुग्ध विकास के अलावा अन्य विभागों का भी सहयोग लिया जा रहा है। प्रदेश में शराब की बिक्री पर विशेष शुल्क लगाने से मिलने वाले करीब 165 करोड़ रुपय का उपयोग प्रदेश के निराश्रित एवं बेसहारा गोवंशीय पशुओं के भरण-पोषण के लिए किया जायेगा। सरकार ने बजट में पंडित दीन दयाल उपाध्याय लघु डेयरी योजना के संचालन के लिये 64 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है, जिसके तहत 10 हजार इकाइयों की स्थापना प्रस्तावित है। मथुरा में नई डेयरी की स्थापना के लिए 56 करोड़ रुपये की बजट व्यवस्था की गई है।
बजट में उत्तर प्रदेश दुग्ध नीति, 2018 के तहत विभिन्न कार्यक्रमों के लिए 5 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। साथ ही दुग्ध संघों तथा समितियों का सुदृढ़ीकरण, पुनर्गठन एवं विस्तारीकरण, कृषक प्रशिक्षण, तकनीकी निवेश, पशु प्रजनन तथा स्वास्थ्य कार्यक्रम योजनाओं के लिए 93 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। आपको बता दें कि केंद्र सरकार के बजट में भी इस साल गोवंश का खास ध्यान रखा गया है।