नई दिल्ली: गुरुवार को जिसने भी विधानसभा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सपा नेता आजम खान को देखा वो हैरान रह गया। सामान्य मुदृदों पर एक दूसरे का विरोध करने वाले नेता एक साथ दिखे। शीतकालीन सत्र के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार का नेतृत्व करने के लिए सदन जा रहे थे। जैसे ही वो विधानसभा की गैलरी में पहुंचे, उसी वक्त समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान भी गैलरी में पहुंच गए। उसके बाद जो हुआ वो देख सभी हैरान रह गए। हुआ यूं कि जब दोनों का आमना-सामना हुआ तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आजम खान एक-दूसरे से मिले और साथ ही विधानसभा के लिए जाने लगे।
इस दौरान सपा नेता आजम खान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक-दूसरे का हाथ भी पकड़े रहे। सत्र से बाहर ली गई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। हालांकि बाद में सत्र शुरू होने पर सपा नेता फिर विपक्ष की भूमिका में आ गए और सरकार पर आक्रामक हो गए, वे धरने पर भी बैठ गए।
विधानसभा में एसपी और कांग्रेस के विधायक बिजली की कीमतें बढ़ाए जाने के विरोध में नारेबाजी करते हुए वेल में पहुंच गए। विधान परिषद में विपक्षी विधायकों ने सभापति की पीठ की ओर कागज भी उछाले। इसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
विधानसभा के वरिष्ठ सदस्य और एसपी नेता मोहम्मद आजम खां ने नारेबाजी में सपा सदस्यों का न सिर्फ साथ दिया, बल्कि वेल में जमीन पर बैठकर धरना भी दिया। सदन की कार्यवाही स्थगित होने के दौरान भी आजम साथियों के साथ वेल में बैठे रहे। हालांकि, अध्यक्ष ने कई बार वरिष्ठता की बात कहते हुए उनसे सीट पर जाने का अनुरोध किया।