लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों के ऋण मोचन योजना को लेकर सरकार पर तंज करने वाले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए आज कहा कि किसानों की हंसी उड़ाने की कोशिश कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री खुद उपहास के पात्र बन रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार के 6 माह के कार्यकाल की उपलब्धियों पर आधारित पुस्तिका के विमोचन के बाद संवाददाताओं से बातचीत में अखिलेश के एक ट्वीट से जुड़े एक सवाल पर कहा, हम किसानों का सम्मान कर रहे हैं जिन्होंने कुछ किया ही नहीं, उन्हें खुद सोचना चाहिये....11 लाख किसानों में से चार हजार किसान ऐसे थे, जिनका कर्ज 10 हजार रुपये से कम माफ हुआ है।
उन्होंने कहा, मैं तो उन किसानों का सम्मान करूंगा, जिन्होंने अपना ऋण चुका दिया था। पहले चरण में 11 लाख किसानों के ऋणमोचन की कार्यवाही शुरू हुई थी, जिनमें से चार हजार ऐसे हैं जिनका कर्ज 10 हजार से कम माफ हुआ है, उसमें एक रुपया भी है और 10 हजार रुपये भी है। मगर दस लाख 96 हजार किसान ऐसे भी थे जिनका 10 हजार से एक लाख रुपये का कर्ज माफ हुआ है।
योगी ने कहा, मुझे लगता है कि अखिलेश जी जिस विरासत से हैं, उनको किसान की परिभाषा भी मालूम नहीं होगी। उन्हें पहले किसान की परिभाषा जाननी चाहिये और किसानों की परेशानियों को भी देख लेना चाहिये। ट्वीट करने के बजाय उन 10 लाख 96 हजार किसानों को देखिए और प्रदेश के उन 86 लाख किसानों के बारे में सोचिये, जिनके ऋणमोचन की कार्रवाई की वह हंसी उड़ाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसा करके वह खुद हंसी का पात्र बन रहे हैं।
गौरतलब है कि योगी सरकार की किसान ऋणमोचन योजना को लेकर लगातार हमलावर अखिलेश यादव ने पिछले दिनों एक ट्वीट करके एक किसान का एक पैसा कर्ज माफ किये जाने का प्रमाणपत्र अपलोड करते हुए टिप्पणी की थी भूल चुके जो अपना संकल्प पत्र, श्वेत पत्र उनका बहाना है।