गौतमबुद्धनगर: मिशन शक्ति अभियान 3.0 के अन्तर्गत महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वामा सारथी पुलिस फैमिली वेलफेयर एशोसिएशन की अध्यक्ष आकांक्षा सिंह (पत्नी आलोक सिंह, पुलिस आयुक्त गौतमबुद्धनगर) के नेतृत्व में पुलिस लाइन गौतमबुद्धनगर में कार्यशाला आयोजन किया गया। इस कार्यशाला के आयोजन का मुख्य उद्देश्य पुलिस लाइन में रह रहीं पुलिस परिवार की महिलाएं जो वामा सारथी द्वारा संचालित विभिन्न परियोजनाओं के अन्तर्गत कार्य करते हुये जो धनराशि प्राप्त कर रही हैं, उसकी बचत करते हुए किस प्रकार से दैनिक जीवन में उपयोग किया जाये, इस विषय पर विस्तृत चर्चा रहा।
इस मौके पर आकांक्षा सिंह ने कहा कि महिला सशक्तिकरण हेतु स्वयं सहायता समूह एक मील का पत्थर है। पुलिस परिवार की महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने व उन्हें सम्मान पूर्वक जीवन यापन हेतु सक्षम बनाने के लिए वामा सारथी द्वारा इफराह और एचसीएल फॉउंडेशन के संयुक्त प्रयास से स्वयं सहायता समूह की कार्यप्रणाली व सूक्ष्म वित्तीय साक्षरता की जागरूकता के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन दिनांक 09.09.2021 को रिजर्व पुलिस लाइन गौतमबुद्धनगर के परिसर में किया गया। जिसमे मुख्य अतिथि वामा सारथी की अध्यक्ष आकांक्षा सिंह ने अपनी टीम के साथ शक्ति सिंह (पत्नी लव कुमार अपर पुलिस आयुक्त गौतमबुद्धनगर) और आकांक्षा (पत्नी रजनीश वर्मा सहायक पुलिस आयुक्त नोएडा) ने कार्यशाला का उद्घाटन किया।
वामा सारथी की अध्यक्ष आकांक्षा सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि महिला को आत्म निर्भर होना चाहिए जिससे उसे समाज में आत्म सम्मान मिल सके, उन्होंने इसी क्रम में कहा कि स्वयं सहयता समूह के माध्यम से सभी लोग आपस में समूह बनाकर बचत को बढ़ाये और अपनी जीविका का स्थाई साधन बनाकर आत्म निर्भर बने। शक्ति सिंह ने अपने सम्बोधन के दौरान उपस्थित सभी महिलाओं को प्रेरित करते हुये आत्मनिर्भर बनने तथा समूह बनाकर बचत करने की बात कही।
इस कार्यशाला में इफ़राह संस्था के सचिव सईद अहमद ने स्वयं सहायता समूह की नियमावली तथा प्रक्रिया के बारे में अवगत कराते हुए बताया कि नोएडा में हम स्वयं सहायता समूह का क्लस्टर फेडरेशन बनाने की प्रक्रिया में है जो कि एक मिनी बैंक की तरह कार्य करेगा। जिससे सभी सदस्य वितीय लाभ लेकर अपना लघु व सूक्ष्म उद्योग शुरू कर सकते है। कार्यशाला में आए प्रशिक्षक अनुपमा सिन्हा और दरक्शा परवीन (पीसी) ने भी उपस्थित प्रतिभागियों को स्वयं सहायता समूह के बारे में प्रशिक्षित किया। डॉ. शोभा धवन ने कार्यशाला में प्रतिभाग करने वाली महिलाओं को अपनी कहानी बताते हुये आत्मनिर्भर बनने तथा स्वयं को कम न आंकने के लिये प्रेरित किया।
आकांक्षा सिंह ने अपने समापन भाषण में प्रतिभागियों को स्वयं सहायता समूह और माइक्रो फाइनेंस के लिए पंजीकरण कराने के लिए प्रोत्साहित किया जिसके माध्यम से वे अपनी आजीविका और रहन-सहन की स्थिति को बढ़ा सकते हैं।