लखनऊ: अपने बयानों से पहले भी कई बार उत्तर प्रदेश सरकार को असहज कर चुके कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने आज कहा कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में खुद को उपेक्षित महसूस करते हैं।
प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘कैबिनेट में सबकी बात सुनी जाती है, फैसले कुछ चार-पांच लोग ही ले लेते हैं। लगता है कि मुझे उपेक्षित किया जा रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 10 अप्रैल को लखनऊ आ रहे हैं। मैं उनसे विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करूंगा और उसके बाद पार्टी के अगले कदम के बारे में तय करूंगा।‘‘
उन्होंने कहा कि विधानमण्डल दल की बैठक में उनके लिए कुर्सी नहीं लगाई जाती है। इसे उपेक्षा ही कहा जाएगा।
मालूम हो कि राजभर पहले भी अपने बयानों से सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर चुके हैं। उन्होंने हाल में सरकार के अधिकारियों पर मनमानी करने और जनप्रतिनिधियों की बात ना सुनने का आरोप लगाते हुए सरकार को घेरा था।
सुभासपा ने पिछला विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ा था, जिसमें उसके चार विधायक जीते थे। प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा और उसके सहयोगी दलों के पास कुल 324 विधायक हैं।