लखनऊ: कांग्रेस की चुनाव प्रचार अभियान समिति के नवनियुक्त प्रमुख पी.एल. पुनिया ने रविवार को कहा था कि प्रियंका गांधी वाद्रा उत्तर प्रदेश में पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान का चेहरा होंगी। ऐसे में प्रियंका गांधी वाद्रा के चुनाव लड़ने को लेकर सवाल खड़ा हो रहा था कि क्या वह चुनाव लड़ेंगी या नहीं। मंगलवार को प्रियंका गांधी वाद्रा ने इसका जवाब दिया।
2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव लड़ने के सवाल पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि उन्होंने अभी इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है। हालांकि, उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार भी नहीं किया, उन्होंने कहा कि आगे चीजे-चीजे जैसे होती हैं, उसे देखेंगी। उन्होंने कहा, "वह (चुनाव लड़ने का) निर्णय मैंने अब तक नहीं लिया है। आगे-आगे चीज़ें जैसे होती हैं उसे देखेंगे।"
यूपी चुनाव में महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट देगी कांग्रेस पार्टी
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी ने बड़ा दांव खेला है। पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने मंगलवार को लखनऊ में घोषणा की कि उनकी पार्टी आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान 40 प्रतिशत टिकट महिला प्रत्याशियों को देगी। प्रदेश में चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी एक नए नारे के साथ आई है, पार्टी ने 'लड़की हूं-लड़ सकती हूं' नारा दिया है, जो महिला प्रत्याशियों को ध्यान में रखते हुए घोषित किया गया है।
मंगलवार को प्रियंका गांधी ने जब महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट देने की घोषणा की तो उनके पीछे लगे पोस्टर पर यही नारा लिखा हुआ था। प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश की महिलाओं से उनके साथ जुड़ने का आहवान करते हुए कहा, "हमने आवेदन पत्र हर विधानसभा के लिए महिलाओं से मांगे हैं, अगले महीने की 15 तारीख तक आवेदन खुले हुए हैं, जो महिला चुनाव लड़ना चाहती है उनको मौका मिलेगा, हम इस देश और प्रदेश की राजनीति बदलेंगे।"
प्रियंका गांधी ने कहा कि अगर उनका बस चलता तो उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत तक टिकत देतीं लेकिन सबकी सहमति 40 प्रतिशत पर ही बनी और यही वजह है कि 40 प्रतिशत टिकट देने का फैसला किया गया है।
कांग्रेस के ऐलान पर बसपा और सपा का बयान
विधानसभा चुनाव में 40% टिकट महिलाओं को देने का ऐलान करने को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) ने कांग्रेस पर हमला बोला है। बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर कहा, "कांग्रेस जब सत्ता में होती है व इनके अच्छे दिन होते हैं तो इनको दलित, पिछड़े व महिलाएं आदि याद नहीं आतीं, किन्तु अब जब इनके बुरे दिन नहीं हट रहे हैं तो पंजाब में दलित की तरह यूपी में इनको महिलाएं याद आई हैं व उन्हें 40 प्रतिशत टिकट देने की घोषणा इनकी कोरी चुनावी नाटकबाजी।"
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, "महिलाओं के प्रति कांग्रेस की चिन्ता अगर इतनी ही वाजिब व ईमानदार होती तो केन्द्र में इनकी सरकार ने संसद व विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का कानून क्यों नहीं बनाया? कांग्रेस का स्वाभाव है 'कहना कुछ व करना कुछ’ जो इनकी नीयत व नीति पर प्रश्नचिन्ह खड़े करता है।"
मायावती ने इसी से जुड़ा एक और ट्वीट भी किया, जिसमें उन्होंने लिखा, "यूपी व देश में महिलाओं की आधी आबादी है तथा इनका हित व कल्याण ही नहीं बल्कि इनकी सुरक्षा, आदर-सम्मान के प्रति ठोस व ईमानदार प्रयास सतत् प्रक्रिया, जिसके प्रति मजबूत इच्छाशक्ति जरूरी, जो कांग्रेस व भाजपा आदि में देखने को नहीं मिलती है जबकि बीएसपी ने ऐसा करके दिखा दिया है।"
कांग्रेस के इस ऐलान पर सपा भी चुप नहीं रही। सपा नेता और प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा, "समाजवादी लोग हमेशा से महिलाओं का सम्मान करते आए हैं और उनके सम्मान के लिए लड़े हैं तथा संघर्ष किया है, महिलाओं को सम्मान दिया है। एक राज्यसभा सीट सपा की थी, वह भी जया बच्चन को दे दी, वो भी महिलाओं को दे दी। इससे ज्यादा सम्मान कोई महिलाओं का कर सकता है क्या?"