लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में अब कोई 'कैराना या कांधला' नहीं बनने पाएगा और कुत्सित राजनीति की भेंट चढ़े 'मुजफ्फरनगर' की पुनरावृत्ति नहीं होने दी जाएगी। वह गुरुवार को लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर बुलंदशहर विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों के संबंध में आयोजित बीजेपी के बूथ, मंडल और सेक्टर के पदाधिकारियों से ऑनलाइन मुखातिब थे। योगी ने विपक्षियों पर निशाना साधते हुए कहा कि सबको पता है। उन्होंने कहा, ‘इनकी हरकतों के साथ पश्चिमी यूपी को एक बार फिर सांप्रदायिकता और जातीयता की आग में झोंकना चाहते हैं। इनके रग-रग में दंगा बसा है।’
‘इनके मंसूबों को कतई कामयाब नहीं होने देंगे’
सीएम योगी ने आगे कहा, ‘इनके मंसूबों को कतई कामयाब नहीं होने देंगे। एक-एक कर सबकी पहचान हो रही है। कार्रवाई भी होगी। अब यूपी में कैराना या कांधला नहीं हो पाएगा। मुझे लगता है कि मुजफ्फरनगर के दंगे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोग नहीं भूले होंगे और इसीलिए मैं आप सभी कार्यकर्ताओं का आह्वान करता हूं कि दंगे के सरपरस्तों से सावधान रहने की जरूरत है। इन विकास विरोधी चेहरों को बेनकाब करने की आवश्यकता है। ऐसे समय में, जब केंद्र और प्रदेश सरकारें भेदभाव किए बिना विकास की योजनाओं का लाभ हर नागरिक तक पहुंचा रही हैं, तब यह लोग गुमराह करके, षड्यंत्र करके, जातीय और सांप्रदायिक दंगों से अव्यवस्था, अराजकता, आगजनी और तोड़फोड़ को बढ़ावा दे रहे हैं।'
‘चौधरी चरण सिंह थे किसानों के असली मसीहा’
योगी ने कहा, ‘किसानों के असली मसीहा चौधरी चरण सिंह थे। बाकी लोगों के लिए किसान सिर्फ वोट बैंक रहे हैं। अगर किसानों की इतनी ही फिक्र रहती तो 30 साल से बंद रमाला चीनी मिल चलवा देते। मोइनुद्दीन चीन मिल को अपग्रेड कर उसकी क्षमता बढ़वा देते। यह काम बीजेपी ने किया। पश्चिमी यूपी के गन्ना बेल्ट के किसानों की समस्याएं बेहतर तरीके से समझने के लिए उसी क्षेत्र के विधायक को विभाग का मंत्री बनाया। नतीजतन साढ़े तीन साल में एक लाख छह हजार करोड़ रुपये का भुगतान गन्ना किसानों को हुआ। यह एक रिकॉर्ड है। सबका विश्वास और सबका भरोसा हमारे लिए सिर्फ नारा नहीं संकल्प है।’ (एजेंसियां)