लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल करने के लिए वह हर हाल में गठबंधन करेंगे। उन्होंने कहा कि देश की जनता बदलाव चाहती है, और भाजपा घबराई हुई है। सपा प्रमुख का यह बयान बसपा अध्यक्ष मायावती के उस बयान के एक दिन बाद आया है जिसमें उन्होंने ‘सम्मानजनक‘ संख्या में सीटें मिलने पर ही किसी दल से गठबंधन करने की बात कही थी।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने देश को आर्थिक रूप से धोखा दिया है, सामाजिक तानाबाना तोड़ा है और नोटबंदी-जीएसटी के जरिए लोगों को तबाह किया है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाना है। भाजपा को हटाने के लिए समाजवादी पार्टी गठबंधन करेगी, चाहे इसके लिए दो कदम पीछे क्यों ना हटना पड़े।
अखिलेश ने पार्टी मुख्यालय में विश्वकर्मा जयन्ती पर आयोजित कार्यक्रम के बाद कहा कि जाति आधारित जनगणना के आधार पर हक और सम्मान मिलना चाहिए। इस व्यवस्था के बिना विषमता दूर नहीं हो सकती है। विश्वकर्मा समाज को राजनैतिक फैसलों के साथ रहना होगा। बदलाव के साथ तरक्की के लिए समाजवादी रास्ता अपनाना होगा।
आपको बता दें कि इससे पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा था कि वह सिर्फ सम्मानजनक संख्या में सीटें मिलने पर ही किसी गठबंधन में जाएंगी। मायावती ने कहा था कि यदि ऐसा नहीं होता है तो उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश की सभी सीटों पर अकेले ही लोकसभा चुनाव में उतरेगी। उनके इस बयान के बाद संभावित महागठबंधन पर खतरा मंडराने लगा था।