बलिया: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रसड़ा कस्बे में पुलिस द्वारा एक युवक की कथित पिटाई की घटना को लेकर गुरुवार को पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हुई। इस दौरान एक अस्थाई पुलिस चौकी में तोड़फोड़ की गई तथा करीब आधा दर्जन वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। अपर पुलिस अधीक्षक संजय यादव ने बताया कि रसड़ा कस्बे में लोगों ने पुलिस पर पन्ना लाल नामक युवक की पिटाई का आरोप लगाते हुए लखनऊ-बलिया राजमार्ग पर स्थित कोटवारी मोड़ पर रास्ता जाम कर दिया।
ग्रामीणों ने किया पथराव
संजय यादव ने बताया कि इसकी सूचना मिलने पर वह और पुलिस उपाधीक्षक केपी सिंह मौके पर पहुंचे। बातचीत में जाम हटाने को लेकर सहमति बनी तथा दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। इसके बाद पुलिस ने जैसे ही जाम के लिए सड़क पर रखे गए अवरोधकों को हटाना शुरू किया ग्रामीण फिर उग्र हो गए। यादव ने बताया कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया तो ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया।
कुल 12 लोग जख्मी
यादव ने बताया कि उग्र भीड़ ने अस्थाई पुलिस चौकी में तोड़फोड़ की तथा 6 मोटरसाइकिलों को क्षतिग्रस्त कर दिया। उन्होंने बताया कि इस घटना में वह खुद भी घायल हो गए। इसके अलावा 5 अन्य पुलिसकर्मियों और 2 पत्रकारों समेत कुल 12 लोग जख्मी हुए हैं। उहोंने बताया कि मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। जिलाधिकारी एचपी शाही और पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ मौके पर गए।
युवक ने लगाया पिटाई का आरोप
पुलिस अधीक्षक नाथ ने बताया कि रसड़ा कस्बे की राम दुलारी देवी ने अपने पति के भतीजे पन्नालाल के विरुद्ध पुलिस से शिकायत की थी कि वह उनके घर में जबर्दस्ती रह रहा है। इस सूचना के बाद पुलिस पन्नालाल को बुधवार को पुलिस चौकी पर ले आई। पन्नालाल का आरोप है कि पुलिस चौकी पर पुलिसकर्मियों ने उसके साथ मारपीट की तथा दुर्व्यवहार किया। उन्होंने बताया कि पुलिस पर पथराव करने वाले अराजक तत्वों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।