लखनऊ के कृष्णागर थाने में विकास दुबे की पत्नी, बेटा और नौकर ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। अब एसटीएफ इस मामले में उनसे पूछताछ करेगी। इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) का एक दल बृहस्पतिवार को उज्जैन पहुंचा और कुख्यात अपराधी विकास दुबे को अपनी हिरासत में लिया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। मध्यप्रदेश पुलिस ने पांच लाख रुपये ईनाम वाले इस वांछित बदमाश को उसके दो साथियों के साथ आज सुबह को उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर परिसर से पकड़ा था। अधिकारी ने बताया, ‘‘दुबे को उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया गया है और पुलिस दल उसे सड़क मार्ग से उत्तर प्रदेश ले गया है।’’
इससे पहले, मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि दुबे के साथ उसके दो साथियों बिट्टू और सुरेश को भी गिरफ्तार किया गया है और अब वह पुलिस की हिरासत में हैं। दुबे को गिरफ्तार करने के लिये उज्जैन पुलिस को बधाई देते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, ''जिनको लगता है कि (उज्जैन में) महाकाल की शरण में जाने से उनके पाप धूल जाएंगे उन्होंने महाकाल को जाना ही नहीं। हमारी सरकार किसी भी अपराधी को बख्शने वाली नहीं है। विकास दुबे की गिरफ़्तारी के लिए उज्जैन पुलिस को बधाई।''
वहीं, दुबे की गिरफ्तारी को प्रायोजित आत्मसमर्पण करार देते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद दिग्वियज सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘यह तो उत्तरप्रदेश पुलिस के एनकाउंटर से बचने के लिए प्रायोजित सरेंडर लग रहा है। मेरी सूचना है कि मध्य प्रदेश भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के सौजन्य से यह संभव हुआ है।’’ पिछले शुक्रवार को विकास दुबे ने उसे पकड़ने गये एक पुलिस उपाधीक्षक सहित पुलिसकर्मियों के दल पर कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र के बिकरु गांव में घात लगाकर हमला कर दिया था। इस गोलीबारी में आठ पुलिसकर्मी मारे गये थे। तब से विकास दुबे फरार था।