कानपुर/नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के 8 पुलिसकर्मियों के हत्याकांड मामले में आरोपी विकास दुबे को लेकर लगातार पुलिस छापेमारी कर रही है। इस बीच पुलिस ने एक और नया खुलासा किया है। पुलिस का कहना है कि चौबेपुर के निलंबित थानाध्यक्ष विनय तिवारी घटना से एक दिन पहले भी विकास दुबे के घर आए थे लेकिन इसकी जानकारी आला अफसरों को नहीं दी।
कानपुर एनकाउंटर मामले पर जानकारी देते हुए कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि पुलिस वालों की जांच चल रही है अभी तीन और पुलिस वाले शक के दायरे में हैं। इसके अलावा भी पुलिस वालों की मोबाइल कॉल के डीटेल्स निकाली जा रही है, कौन-कौन पुलिसकर्मी विकास दुबे के सम्पर्क में था इसकी जांच की जा रही है।
विकास ने घर की दीवारों में हथियार छुपाकर रखे थे- पुलिस
आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि गैंगस्टर विकास दुबे के घर पर हथियारों का जखीरा था विकास के घर तहखाना भी है। कई लोग जैसे घरों की दीवारों-तहखानों में ब्लैकमनी छुपाते हैं ठीक वैसे ही विकास ने घर की दीवारों में हथियार छुपाकर रखे थे। कई हथियार पुलिस ने बरामद भी किए हैं। कानपुर IG मोहित अग्रवाल ने आगे बताया कि इसकी जांच की जा रही है कि किस तरह से विकास दुबे को पुलिस की मूवमेंट की जानकारी मिली। स्थानीय पुलिस स्टेशन के सभी कर्मचारी जांच के दायरे में हैं। जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी, उन्हें हत्या का दोषी माना जाएगा।
इनामी गैंगस्टर दया शंकर ने खोली पोल
यूपी के कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले गैंगस्टर विकास दुबे को पुलिस स्टेशन से ही फोन गया था कि उसके ऊपर रेड होने वाली है, विकास दुबे की गैंग के एक अन्य इनामी गैंगस्टर दया शंकर ने यह जानकारी दी है। दया शंकर को रविवार (5 जुलाई) सुबह ही पुलिस ने एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया है और उसने घायल अवस्था में पुलिस को यह बयान दिया है।
दया शंकर ने यह भी बताया कि पुलिस स्टेशन से रेड के बारे में फोन आने के बाद विकास दुबे ने अपनी मदद के लिए 20-25 लोगों को फोन करके पहले ही बुला लिया था और फिर उसके बाद रेड करने पहुंची पुलिस की टीम पर हमला किया गया। गिरफ्तार गैंगस्टर दया शंकर ने बताया कि खुद विकास दुबे ने रेड करने पहुंची पुलिस की टीम पर गोलियां बरसाई। विकास खुद बंदूक से पुलिस वालों पर फायरिंग कर रहा था और जिस बंदूक से वह गोलियां बरसा रहा था वह बयान देने वाले गैंगस्टर दया शंकर के नाम पर ही थी। गैंगस्टर दया शंकर पर भी उत्तर प्रदेश पुलिस ने 25 हजार रुपए का ईनाम रखा हुआ है, लेकिन अब वह गिरफ्तार है और पुलिस को बयान दे रहा है।