कानपुर के चौबेपुर में सीओ समेत 8 पुलिस कर्मियों की हत्या करने वाले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे पर प्रशासन ने आज बड़ी कार्रवाई की है। बिकरु गाँव स्थित विकास दुबे के घर को ढहा दिया गया है। बता दें कि विकास दुबे के घर को उसी की जेसीबी से ढहाया जा रहा है। जेसीबी की मदद से दुबे के घर की चाहरदीवारी के साथ ही घर के कमरों को भी ढहा दिया गया है। बता दें कि इसी जेसीबी को रास्ते के बीच में अड़ा दिया गया था। जिसके बाद हुई गोलीबारी में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सुबह से ही विकास दुबे के घर को तोड़ने की तैयारियां शुरू की गई थी। मकान तोड़ने के लिए विकास दुबे की ही जेसीबी का इस्तेमाल किया गया। प्रशासन की इस कार्रवाई में सिर्फ दुबे का मकान ही नहीं उसकी महंगी गाड़ियों और ट्रैक्टर को भी रौंद दिया गया। 8 पुलिस कर्मियों को मौत के घाट उतारने वाले कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस चप्पे-चप्पे को छान रही है। विकास दुबे की जानकारी देने के लिए पुलिस ने इनाम भी घोषित किया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने विकास दुबे पर 50,000 रुपए का इनाम रखा है।
विकास दुबे को पकड़ने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की 20 टीमें अलग-अलग जिलों में छापा मार रही हैं। कानपुर शूटआउट के मामले में पुलिस पूरी रात छापेमारी करती रही। पुलिस की क़रीब बीस टीमें अलग-अलग ज़िलों में दबिश दे रही है। ये वो स्थान थे, जहां विकास दुबे के रिश्तेदार और परिचित रहते हैं। पुलिस ने इस मामले मे 12 और लोगों को हिरासत में लिये है जिनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने इन लोगों को मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर उठाया है। दरअसल इन लोगों से विकास दुबे की घटना से पहले पिछले चौबीस घंटों में बातचीत हुई थी।
हैरानी की बात है कि विकास के कॉल डिटेल मे कुछ पुलिसवालों का नम्बर भी आया है। जांच कर रही टीम इस बात की भी जाँच कर रही है कि क्या रेड की सूचना विकास को किसी पुलिसवालों ने ही दी थी? अगर ऐसा पाया जाता है तो इस मामले में कुछ पुलिसवाले भी साज़िश के आरोप में लपेटे में आ सकते है। चौबेपुर थाने के दरोगा विनय तिवारी से भी पुलिस और एसटीएफ ने पूछताछ की है और पूरे घटनाक्रम को समझा है। पूरी घटना चौबेपुर थाना क्षेत्र में ही हुई थी।