कानपुर में 8 पुलिस कर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे के एन्काउंट के बाद शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा के भाई का बयान सामने आया है। सीओ देवेंद्र मिश्रा के भाई ने कहा कि निसंदेह हमारी पुलिस बधाई की पात्र है जिन्होंने तत्परता से कार्रवाई की। संतुष्टि तो सिर्फ इतनी है कि अब हमारे परिजन और शहीद का पिंडदान और अंतिम संस्कार संतोषपूर्वक कर पाएंगे। उन्होंने इस कार्रवाई के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को धन्यवाद भी दिया। उन्होंने कहा कि पिंडदान करते हुए हमारे मन में ग्लानि नहीं होगी कि हत्यारे खुले घूम रहे हैं और हम इनका पिंडदान कर रहे हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक नाटकीय घटनाक्रम में मोस्ट वॉन्टेड गैंगस्टर विकास दुबे मारा गया है। पुलिस के अनुसार एएसटीएफ की टीम उसे उज्जैन से लेकर कानपुर आ रही थी। तभी कानपुऱ के निकट भौंती में एसटीएफ की गाड़ी पलट गई। इसके बाद विकास दुबे पुलिस की पिस्टल छीनकर भागा। पुलिस की जवाबी कार्रवाई विकास दुबे मारा गया। इससे पहले गुरुवार को भी अल सुबह फरीदाबाद से गिरफ्तार कर कानपुर लाया जा रहा विकास का साथी प्रभात भी एन्काउंटर में मारा गया था। बताया जा रहा है उसकी गाड़ी भी पंचर हुई थी। उसने भी पुलिस के हथियार छीनने की कोशिश की थी।
कानपुर पश्चिम के एसपी ने बताया कि वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद विकास दुबे ने घायल सिपाहियों से पिस्टल छीनने की कोशिश की। भाग रहे विकास दुबे को पुलिस ने सरेंडर के लिए कहा, जिस पर उसने पुलिस कर्मियों पर फायर कर दिया। जवाब में उसे पुलिस की गोली लगी। यह हादसा कानपुर के पास ही हुआ है। हादसे से कुछ देर पहले ही यूपी एसटीएफ की टीम कानपुर टोल प्लाजा के पास से गुजरी थी। बता दें कि कल ट्रांजिट रिमांड के बाद विकास दुबे को मध्य प्रदेश पुलिस ने यूपी एसटीएफ को सौंप दिया है। मिली जानकारी के अनुसार, उत्तरप्रदेश एसटीएफ 2 गाडियों में उज्जैन आई थी। बताया जा रहा है कि यूपी एसटीएफ के साथ उज्जैन पुलिस भी यूपी बॉर्डर तक आई थी।
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