नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश का सबसे खतरनाक गैंगस्टर और कानपुर हत्याकांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे तो मारा गया लेकिन उसने कानपुर में अपराध की जो दुनिया खड़ी की उसका क्या होगा। क्या विकास दुबे के गैंग की सत्ता अब उसकी पत्नी संभालेगी क्योंकि उसके जीते जी उसकी बीवी ही गैंग की धन-दौलत को संभालती थी। विकास की काली कमाई को सफेद बनाती थी। बिकरू क्राइम कंपनी में कैशियर का काम करने वाली ऋचा दुबे की मिस्ट्री से पर्दा उठना अभी बाक़ी है। विकास दुबे की क्राइम कंपनी में ये भाभी जी के नाम से मशहूर है।
विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद ऋचा से जब मीडिया ने संपर्क करने की कोशिश की तो वो कैमरे के सामने नहीं आई लेकिन पति के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने का गुस्सा उनकी तेज आवाज में जरुर झलक रहा था। पुलिस के मुताबित ऋचा, विकास की अपराध वाली दुनिया पर पैनी निगाह रखती थी। कहते हैं कि विकास की तीसरी आंख थी ऋचा। ऋचा को विकास के हर हरकत की जानकारी रहती थी। यहां तक कि बिकरू के किलेनुमा घर में कब कौन आता-जाता है, सीसीटीवी के जरिए सब पर ऋचा लखनऊ में रहकर ही नजर रखती थी।
विकास की क्राइम फाइल में अभी तक के जांच में ऋचा दुबे का कोई डायरेक्ट एंगल तो सामने नहीं आया है लेकिन पुलिस के सुत्र बताते हैं कि विकास के गुनाहों की फेहरिस्त का ऋचा दुबे से कनेक्शन जरूर रहा है। जैसे जैसे विकास के गुनाहों की तफ्तीश आगे बढ़ेगी ऋचा का रोल भी शीशे की तरह साफ हो जाएगा।
बताया जा रहा है कि विकास दुबे की पत्नी ऋचा का खौफ विकास के साथ काम करने वालों के सिर चढ़ कर बोलता था। विकास दुबे के गुर्गों के बीच एक जुमला बेहद मशहूर था - "भाभी जी से सावधान"। हालांकि वो ज्यादातर लखनऊ और कानपुर शहर में रहती थी लेकिन दूर रहते हुए भी कौन क्या कर रहा है। अपने मोबाइल फोन से विकास के गिरोह के एक-एक शख्स पर निगरानी रखती थी।
ऋचा ही विकास दुबे के पैसों का नेटवर्क देखती थी, उसके ब्लैक मनी को व्हाइट करने का जिम्मा संभालती थी। पैसा कहां लगना है, किसको देना है ये ऋचा ही तय करती थी। गुनाहों से बटोरे धन-दौलत का काम ऋचा ही मैनेज करती थी। कुल मिलाकर कहें तो विकास गैंग का सरगना था तो पत्नी ऋृचा गैंग की खजांची। विकास पर मनी मैटर पर ऋचा की पकड़ कितनी मजबूत थी इसका अंदाजा आप विकास के पिता के बयान से लगा सकते हैं। विकास की पुलिस मुठभेंड़ में हुई मौत के बाद जब उनसे ऋचा दुबे से जुड़ा सवाल किया गया तो वो जैसे आपे से बाहर हो गए।
9 जुलाई को सुबह विकास दुबे उज्जैन के महाकाल मंदिर से अरेस्ट किया गया तो रात के करीब साढ़े आठ बजे ऋचा दुबे को भी नौकर महेश के साथ हिरासत में ले लिया गया। विकास के दूसरे बेटे नाबालिग है और वो ऋचा के साथ ही रहता है इसलिए हिरासत के दौरान वो भी ऋचा के साथ था। तीनो को कानपुर लाया गया जहां ऋचा से पूछताछ की गई।
ये भी पढ़ें
विकास दुबे Encounter केस में पुलिस की 10 अहम बातें, जानिए- क्या-क्या दावे किए
विकास दुबे के Encounter के बाद मध्य प्रदेश के मंत्री का वीडियो वायरल, बयान पर विवाद
एनकाउंटर के बाद आया विकास दुबे की मां का बड़ा बयान, कानपुर जाने से किया इनकार
विकास दुबे का राइट हैंड अमर दुबे का मरा बाप हुआ ‘जिंदा’, 7 साल बाद पुलिस ने गुरुवार को पकड़ा
पुलिस की टीम पता लगाने की कोशिश कर रही है कि पति के अपराधों में ऋचा कहां तक हिस्सेदार है? 2 जुलाई की रात बिकरू में हुई वारदात के बाद सीसीटीवी के टूटे टुकड़े की तहकीकात में आधी रात की गोलीबारी की जो अनसुनी कहानी सामने आई है उसने जांच अधिकारियों को ये सोचने पर मजबूर कर दिया है क्या वर्दी वालों के हत्याकांड में ऋचा दुबे भी बराबर की हिस्सेदार थी।
विकास दुबे के घर के चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी लगा था जिसका कनेक्शन ऋचा दुबे के मोबाइल फोन से जुड़ा था। घर के आस-पास के कोने-कोने में हो रही एक-एक हलचल को क्या ऋचा लाइव देख रही थी? कौन कहां पर था, किसने कितनी गोलियां बरसाईं? मोबाइल पर लाइव एनकाउंटर देखे जाने का सवाल तब सामने आया जब यूपी पुलिस ने बुलडोजर से रौंद कर मिट्टी में मिला दी गयी विकास दुबे की इस आलीशान कोठी के मलबे की तलाशी ली।
हवेली के इस मलबे से पुलिस को एक मोबाइल फोन मिला है। ये फोन ऋचा दुबे का था और उस फोन की जब जांच की गई तो ऋचा के विकास की तीसरी आंख होने का खुलासा हुआ। पुलिस को शक है कि फोन की मदद से सीसीटीवी फुटेज को डिलीट किया गया है और इस काम को अंजाम दिया है विकास की पत्नी ऋचा दुबे ने क्योंकि सीसीटीवी का कनेक्शन ऋचा के मोबाइल से था।
ऋचा लखनऊ में अपने छोटे बेटे के साथ रहती है। बिकरु की तरह इस घर में भी ढेर सारे सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। पुलिस की टीम ने घर के अंदर मौजूद एक एक कागजात को खंगाला। तलाशी में जमीन के खरीद फरोख्त के कई कागजात पुलिस को हाथ लगे हैं। पुलिस के मुताबित पति ने बिकरू के घर को अपने गुनाहों का ठिकाना बना रखा था तो पत्नी काले धन को सफेद बनाने के लिए लखनऊ के घर को हेडक्वार्टर बना रखा था।
बता दें कि ऋचा अभी जिला पंचायत सदस्य है और उसका भाई राजू खुल्लर कानपुर का बड़ा अपराधी था। विकास का उसके घर आना जाना था। उसी दौरान विकास की ऋचा से दोस्ती हुई जो आगे चल कर प्यार में बदल गया। गैर बिरादरी के चलते ऋचा के पिता शादी के लिए तैयार नही थे। आखिरकार पिता के कनपटी पर पिस्टल लगाकर विकास ऋचा को भगा ले गया और शादी कर ली।
ऋचा का मायका मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के बुढ़ार में है। ऋचा के पिता एयरफोर्स में थे और 1993-94 में उनकी पोस्टिंग कानपुर में थी। तब विकास दुबे कानपुर के शास्त्रीनगर में अपनी बुआ के घर रहकर पढ़ाई करने आया था। तभी विकास की दोस्ती ऋचा के भाई से हुई फिर वो ऋचा के भी करीब आ गया लेकिन शादी के कुछ दिनों बाद ऋचा को विकास दुबे की असलियत पता चल गई। कुछ महीनों बाद वो विकास को छोड़कर वापस अपने माता पिता के पास कानपुर आ गई लेकिन विकास दुबे की धमकियों के आगे वो भी हार मान गई।
विकास दुबे के पास वापस लौटने के बाद उसके जुर्म की दुनिया में वो भी रच बस गई और गैंग में भाभीजी के नाम से मशहूर हो गई। पुलिस की गोली से विकास का तो खात्मा हो गया लेकिन विकास के गुनाहों की दुनिया में ऋचा का कितना बड़ा रोल था ये अब पुलिसिया जांच के बाद ही साफ होगा।