नई दिल्ली। कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों को मारने वाला मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे आखिर पुलिस की गिरफ्त में आ गया। विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन में मकाकाल मंदिर परिसर से गुरुवार सुबह गिरफ्तार किया गया। जिस तरह उत्तर प्रदेश की पुलिस विकास को पकड़ने के लिए एक-एक कर उसके साथियों का एनकाउंटर कर रही थी उससे लगता है कि विकास दुबे भी अपना एनकाउंटर होने से डर गया। एनकाउंटर के डर से विकास दुबे ने अपने आप को गिरफ्तार करवाने के लिए मप्र के उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर को चुना। उसे पता था कि मंदिर में उसका एनकाउंटर नहीं हो सकता।
महाकाल मंदिर में पहुंचकर विकास दुबे खुद चिल्ला-चिल्ला कर बताने लगा कि मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला, ताकि पुलिस बाद में उसे मार न सके। मध्य प्रदेश में विकास दुबे का साला रहता है। ऐसे में पहले से ही यह आशंका जताई जा रही थी कि विकास मध्य प्रदेश में आ सकता है। इंडिया टीवी ने यह खबर पहले ही दी थी, जिस पर आज मोहर लग गई।
उत्तर प्रदेश की एसटीएफ ने मध्य प्रदेश के शहडोल में रहने वाले विकास के साले और उसके बेटे को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। उसके बाद से यूपी एसटीएफ की टीम लगातार एमपी में सक्रिय थी। बताया जा रहा है कि विकास दुबे ने खुद ही महाकाल मंदिर के सुरक्षाकर्मियों को बताया कि वह विकास दुबे है। पुलिस के आला अधिकारी वहां पहुंच कर उससे पूछताछ कर रहे हैं।
इंडिया टीवी के अरविंद चौहान ने सबसे पहले विकास दुबे के गिरफ्तार होने की खबर ब्रेक की। चौहान के मुताबिक महाकाल मंदिर पहुंचा था और यहां उसने खुद ही चिल्ला-चिल्ला कर शोर मचाया कि वह विकास दुबे है। उसे गिरफ्तार कर लिया जाए। इस पर महाकाल मंदिर की सुरक्षा में लगी निजी एजेंसी के गार्डों ने उसे पकड़ा और पुलिस को खबर की गई। उसे महाकाल मंदिर से पहले महाकाल थाना ले जाया गया। इसके बाद किसी अन्य स्थान पर ले जाकर पूछताछ किए जाने की जानकारी सामने आई है।