फर्रुखाबाद (उत्तर प्रदेश): फर्रुखाबाद के मोहम्मदाबाद के कठरिया गांव में गुरुवार शाम को एक व्यक्ति ने एक मकान में करीब बीस बच्चों को बंधक बना लिया था। करीब 11 घंटे तक चले घटनाक्रम के बाद पुलिस ने आखिरकार बंधक बनाए गए सभी बच्चों को सुरक्षित छुड़ा लिया। इस दौरान क्रॉस फायरिंग में आरोपी सुभाष की मौत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी पुलिस और सफलतापूर्वक ऑपरेशन को अंजाम देने वाली टीम के लिए 10 लाख रुपये के इनाम की भी घोषणा की है। ऑपरेशन में शामिल हर पुलिसकर्मी को प्रशस्ति-पत्र भी दिया जाएगा।
इससे पहले पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया था कि पुलिस और जिले के आला अधिकारी घटनास्थल पर हैं। यूपी एटीएस के कमांडो को भी घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है। एडीजी (कानून व्यवस्था) पी वी रामाशास्त्री ने बताया था कि मकान में करीब बीस बच्चे बंधक बनाए गए हैं। वहीं एटीएस की टीम फर्रुखाबाद पहुंचनेवाली है जबकि बंधक बच्चों को छुड़ाने के लिए एनएसजी से भी मदद मांगी गई थी।
बेटी की बर्थडे पार्टी के बहाने बच्चों को घर बुलाया
आरोपी ने अपनी बेटी की बर्थडे पार्टी के बहाने बच्चों को पहले घर बुलाया और फिर उन्हें जबरन बेसमेंट में बंद कर दिया। अपराधी घर के अंदर से पुलिस पर लगातार फायरिंग कर रहा था। फायरिंग में एक इंस्पेक्टर, दो सिपाही और एक स्थानीय शख्स घायल हो गए।
CM योगी खुद कर रहे थे घटना की मॉनिटरिंग
सीएम योगी आदित्यनाथ ने फर्रुखाबाद की घटना को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी। चीफ सेक्रेटरी, प्रिंसिपल सेक्रेटरी (होम), डीजीपी, एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर इस बैठक में मौजूद थे। सीएम ने डीएम और एसपी से भी बात की। सीएम योगी खुद घटना की मॉनिटरिंग कर रहे थे।
जिस व्यक्ति ने बंधक बनाया था, उसके बारे में जानकारी मिली थी कि वह सजायाफ्ता मुजरिम था। एडीजीने कहा था कि हमारी पहली प्राथमिकता बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालना है। कानपुर जोन के आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि इस व्यक्ति ने बच्चों को जन्म दिन मनाने के बहाने अपने घर बुलाया था। घर के नीचे बने बेसमेंट में इन बच्चों को रखा गया है। आरोपी ने मकान के अंदर से छह बार गोली भी चलायी। पुलिस ने उसके एक रिश्तेदार को भी बातचीत के लिए घर के करीब भेजा लेकिन उस व्यक्ति ने रिश्तेदार पर भी गोली चला दी जिससे वह घायल हो गए।