नई दिल्ली: अयोध्या एक बार फिर सियासत का अखाड़ा बन गया है। 24 नवंबर को शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे अयोध्या पहुंचेंगे तो इसके अगले दिन यानी 25 नबंवर को अयोध्या में विश्व हिन्दू परिषद की संत सभा होगी। अगर शिवसेना के कार्यकर्ता उद्धव के कार्यक्रम की तैयारियों में जुटे हैं तो वीएचपी के कार्यकर्ता भी संत सभा को कामयाब बनाने के लिए अपना जी जान लगा दिया है। दोनों कार्यक्रम अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर है। इन दोनों कार्यक्रमों की वजह से अयोध्या में हर तरफ जय श्रीराम के नारों की गूंज सुनाई पड़ी रही है।
विश्व हिंदू परिषद की तरफ से संत सभा में लोगों को बुलाने के लिए मोटर साइकिल रैली निकाली जा रही है, जुलूस निकाले जा रहे हैं और पदयात्रा हो रही है। भगवान राम के कटआउट और राम मंदिर के मॉडल वाली गाड़ियों पर सवार वीएचपी के कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर लोगों से 25 नंबवर को अयोध्या पहुंचने की अपील कर रहे हैं। वीएचपी का दावा है कि 25 नवंबर को अयोध्या में दो लाख से भी ज्यादा भीड़ जुटेगी। विश्व हिंदू परिषद की धर्म सभा अयोध्या के बड़ा भक्तमाल की बगिया में होने वाली है। धर्मसभा वाली जगह पर तैयारियां बड़े जोर-शोर से हो रही हैं।
वीएचपी नेताओं के साथ-साथ कई बीजेपी विधायक भी तैयारियों में लगे हैं। रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महन्त नृत्य गोपाल दास ने कहा कि इस धर्म संसद का एक ही मकसद है, सरकार को चेतावनी देना और राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ करना। वीएचपी का कहना है कि जो लोग समझ रहे हैं कि राम मंदिर का मुद्दा अब लोगों के जेहन से निकल गया, नौजवानों को इससे कोई मतलब नहीं है उन्हें 25 नंबवर को पता चल जाएगा कि अब लोग राम मंदिर के लिए और इंतजार नहीं करेंगे।
दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे भी महाराष्ट्र में राम मंदिर के नाम पर लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। उद्धव 24 नंबवर को अयोध्या पहुंचेंगे। उद्धव ठाकरे छत्रपति शिवाजी महाराज की जन्मभूमि की मिट्टी लेकर अयोध्या जाएंगे। अयोध्या में इन कार्यक्रमों को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं तो इसके बाहर लखनऊ से दिल्ली और महाराष्ट्र तक इसकी हलचल है।
वीएचपी का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्ध से मिलने वाला है तो संघ प्रमुख ने साधु-संतों को भरोसा दिया है कि वो पूरे दिल से राम मंदिर के लिए जुटे हैं। वहीं वीएचपी के कार्यक्रम के मद्देनजर लखनऊ से पुलिस अफसरों को अयोध्या कैंप करने के लिए भेजा गया है। महाराष्ट्र से भी हर रोज शिवसैनिकों का जत्था अयोध्या कूच कर रहा है।