प्रयागराज में चल रहे कुंभ में आज से विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की दो दिवसीय धर्म संसद की शुरुआत होने जा रही है। धर्म संसद के दौरान राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद होंगे। माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ भी इस धर्म संसद में शिरकत कर सकते हैं। यहां उनकी मुलाकात मोहन भागवत से हो सकती है। इसके अलावा मुख्यमंत्री की मुलाकात पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद से भी हो सकती है।
इससे पहले प्रयागराज में संतों ने घोषणा की थी कि वे अयोध्या में 21 फरवरी से राम मंदिर का निर्माण शुरू कर देंगे। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि तीन दिन तक प्रयागराज में चली संतों की धर्मसंसद में निर्णय लिया गया कि 21 फरवरी को मंदिर की आधारशिला रखी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि गिरफ्तार या इस प्रकार की अन्य किसी कार्रवाई से संतों के इस अभियान पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले ही केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में विवादित जमीन के आसपास की जगह को राम जन्मभूमि न्यास को सौंपने के लिए अर्जी दाखिल की है। इस अर्जी में केंद्र सरकार ने करीब ढाई दशक पहले अधिग्रहित की गई 67 एकड़ जमीन को न्यास को वापस करने की मांग की है। 0.313 एकड़ जमीन विवादित है।