Highlights
- स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर लगातार पांचवीं बार सबसे स्वच्छ शहर घोषित
- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नई दिल्ली में विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए
- राष्ट्रपति कोविंद ने सुझाव दिया कि सभी शहरों में मशीन से सफाई की सुविधा उपलब्ध करायी जानी चाहिए
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को देश में गंगा किनारे बसा सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मिला है। यह लगातार दूसरी बार सबसे स्वच्छ शहर चुना गया है। इससे पहले भी केंद्र सरकार के वार्षिक सर्वेक्षण 2020 के अनुसार गंगा किनारे बसे सबसे स्वच्छ शहरों में वाराणसी शीर्ष स्थान पर था। प्राचीन, पवित्र शहर वाराणसी को गंगा नदी किनारे सबसे साफ शहर बनाने में प्रधानमंत्री का सबसे बड़ा योगदान है। बता दें कि, पीएम मोदी ने अस्सी घाट से स्वच्छ भारत मिशन अभियान की शुरुआत की थी। जिसके बाद से गंगा घाटों की सफाई दिन दूनी-रात चौगुनी रफ्तार से बेहतर होती चली गई। इसके चलते वाराणसी को यह पुरस्कार मिला है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महापौर को दिया मेडल
गार्बेज फ्री सिटी और सफाई मित्र चैलेंज की श्रेणी में उल्लेखनीय योगदान के लिए नई दिल्ली के विज्ञान भवन में शनिवार को वाराणसी नगर निगम को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महापौर मृदुला जायसवाल को पुरस्कार दिया।
स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर लगातार पांचवी बार सबसे स्वच्छ शहर घोषित
केंद्र सरकार के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर को लगातार पांचवीं बार सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया। वार्षिक स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 के परिणामों की घोषणा शनिवार को की गई। स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 में सबसे स्वच्छ शहरों में दूसरा स्थान सूरत को और तीसरा स्थान विजयवाड़ा को प्राप्त हुआ। आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा घोषित सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ को भारत का सबसे स्वच्छ राज्य घोषित किया गया। सर्वेक्षण में वाराणसी को ‘‘स्वच्छ गंगा शहर’’ की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किये।
स्वच्छ भारत मिशन की सबसे बड़ी सफलता देश की सोच में बदलाव आना है- कोविंद
इस अवसर पर राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि स्वच्छता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और गांधीजी की इसी प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन को जनआंदोलन के रूप में आगे बढ़ाय । उन्होंने कहा कि उन्हें बताया गया है कि 35 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों तथा शहरी क्षेत्र खुले में शौच से मुक्त हुए हैं। कोविंद ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन की सबसे बड़ी सफलता देश की सोच में बदलाव आना है जहां अब घर के छोटे बच्चे भी बड़ों को गंदगी फैलाने से रोकते और टोकते हैं । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि मनुष्य द्वारा सिर पर मैला ढोना एक शर्मनाक प्रथा है और इसे रोकने की जिम्मेदारी केवल सरकार की ही नहीं बल्कि समाज और देश के सभी नागरिकों की है। उन्होंने सुझाव दिया कि सभी शहरों में मशीन से सफाई की सुविधा उपलब्ध करायी जानी चाहिए। राष्ट्रपति ने स्वच्छता पुरस्कार विजेता शहरों की अच्छी प्रथाओं एंव चलन को अपनाने की बात भी की।
वाराणसी नगर निगम का प्रदर्शन बेहतर
अधिशासी अभियंता अजय कुमार ने बताया कि पुर्नउपयोग में खाद, कोयला और बिजली बनाने की प्रक्रिया है और जिन कचरे का पुर्नउपयोग नहीं हो पाए, उसका विज्ञान के तहत पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना निपटारा किया जाता है। दोनों ही क्षेत्रों में वाराणसी नगर निगम का प्रदर्शन बेहतर है। करसड़ा प्लांट में कचरे से खाद, जमीन के गड्ढे भरने के लिए अवशेष तैयार किया जाता है। पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए आबादी से दूर बने इस प्लांट में हरियाली की पर्याप्त व्यवस्था है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनपी सिंह ने बताया कि स्काच कंपनी ने अप्रैल में सर्वे किया था। कचरा प्रबंधन के साथ ही भविष्य की योजनाओं के आंकलन पर हुई प्रतियोगिता में वारासणी नगर निगम ने सेमीफाइनल जीता है। दिसंबर में फाइनल में भी हमारी जीत होगी।