लखनऊ: वाराणसी फ्लाईओवर हादसे में ढहे भाग के लोहे के बीम, सीमेंट, कंक्रीट और अन्य निर्माण सामग्रियों के नमूनों को 'गुणवत्ता और मानक परीक्षण' के लिए उत्तराखंड के आईआईटी-रुड़की भेजा गया है। एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार की तीन सदस्यीय टीम की इस निर्माणाधीन फ्लाईओवर के दो बीम के ढहने की जांच गुरुवार को दूसरे दिन भी जारी रही।
मंगलवार शाम को हुए इस हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई थी और छह से अधिक लोग घायल हो गए थे।कृषि उत्पादन आयुक्त राज प्रताप सिंह की अगुवाई में एक टीम ने भी कैंट रेलवे स्टेशन के सामने घटनास्थल का दौरा किया और प्रत्यक्षदर्शियों से मुलाकात की। इसके साथ ही टीम ने उत्तर प्रदेश ब्रिज कॉर्प और जिला प्रशासन के अधिकारियों से विस्तृत विचार-विमर्श किया और उसके बाद घटनास्थल की ड्रोन से फोटोग्राफी करवाई। टीम ने निलंबित अधिकारियों के.आर. सूदन, राजेश कुमार और मूलचंद से भी पूछताछ की और उनके बयान दर्ज किए।