लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हापुड़ में हाल ही में पीट-पीटकर घायल किए गए एक व्यक्ति को पुलिस की निगरानी में अमानवीय तरीके से खींचकर ले जाए जाने के मामले में यूपी पुलिस ने माफी मांगी है। सोशल मीडिया पर इस घटना की तस्वीरें वायरल होने के बाद पुलिस ने इस पर माफी मांगते हुए आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की है। यूपी पुलिस के ऑफिशल ट्विटर हैंडल से गुरुवार रात किए गए ट्वीट में इस घटना पर माफी मांगते हुए कहा गया है कि कानून-व्यवस्था सम्बन्धी घटनाओं में अक्सर ऐसी गैर इरादतन मगर अवांछनीय चीजें हो जाती हैं।
लाइनहाजिर किए गए तस्वीर में दिख रहे पुलिसकर्मी
गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर हापुड़ में पिछले दिनों हिंसक भीड़ के हमले में घायल हुए लोगों को घसीटते हुए पुलिस की गाड़ी तक ले जाए जाने की तस्वीरें वायरल हो गई थीं। ट्वीट के साथ टैग की गई तस्वीर में एक घायल व्यक्ति के हाथ पकड़कर उसे घसीट रहे लोगों के आगे एक पुलिसकर्मी चलता दिख रहा है जबकि 2 अन्य सिपाही घसीटे जा रहे शख्स के इर्द-गिर्द नजर आ रहे हैं। ट्वीट के साथ दिए गए पुलिस महानिदेशक मुख्यालय के बयान में कहा गया है, ‘हम इस घटना के लिए क्षमा चाहते हैं। तस्वीर में दिख रहे तीनों पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है और जांच के आदेश दे दिए गए हैं।’
'दुर्भाग्यपूर्ण है यह घटना'
बयान में कहा गया कि ऐसा लगता है कि जब घायलों को एम्बुलेंस उपलब्ध ना होने की वजह से पुलिस के वाहन तक ले जाया जा रहा था, तभी यह तस्वीर ली गई हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि घायल को इस तरह घसीटकर ले जाया गया। हम मानते हैं कि पुलिस को अपने कार्यों में और भी संवेदनशील होना चाहिए। जान बचाने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने की जल्दबाजी में मानवीय मूल्यों को नजरअंदाज किया गया।
18 जून को हुई थी वारदात
मालूम हो कि हापुड़ जिले के पिलखुआ इलाके में गत 18 जून को समीउद्दीन और कासिम नामक व्यक्ति कहीं जा रहे थे। रास्ते में पिलखुआ क्षेत्र के बछेड़ा गांव में एक मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति से किसी बात को लेकर उनकी कहासुनी हो गई थी। उस व्यक्ति ने अपने कई साथियों को बुलाकर कथित रूप से कासिम तथा समीउद्दीन की पिटाई कर दी थी। पुलिस ने दोनों को गम्भीर रूप से घायल हालत में अस्पताल में भर्ती कराया, जहां कासिम की मौत हो गई।