लखनऊ: विश्व हिंदू महासभा के अध्यक्ष रंजीत बच्चन की रविवार को राजधानी लखनऊ के व्यस्त इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गयी। इस मामले में एक दारोगा समेत चार पुलिसकर्मियों को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। पुलिस आयुक्त सुजीत पाण्डेय ने बताया कि सुबह सैर के लिये निकले बच्चन को किसी अज्ञात व्यक्ति ने हजरतगंज और कैसरबाग थाना क्षेत्रों की सीमा पर ग्लोब पार्क के बाहर गोली मार दी, जिससे उनकी मौत हो गयी।
उन्होंने बताया कि इस मामले में एक दारोगा समेत चार पुलिसकर्मियों को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। वारदात के सिलसिले में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पाण्डेय के मुताबिक बच्चन के भाई आदित्य ने बताया है, ‘‘वह सुबह अपने भाई के साथ सैर के लिए गया था। वे शहर के बर्लिंगटन चौराहे के पास से निकल कर परिवर्तन चौक की तरफ जा रहे थे तभी शॉल से अपना चेहरा छुपाए एक व्यक्ति ने उन्हें रोका और उनके मोबाइल फोन छीनने की कोशिश की। इसी छीना झपटी के दौरान उस व्यक्ति ने गोली चला दी जो रंजीत को लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।’’
उन्होंने बताया कि आदित्य के बाएं हाथ में गोली लगी है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बीच, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि वारदात के पीछे पारिवारिक झगड़ा प्रतीत होता है। उन्होंने बताया कि बच्चन की दो पत्नियां थीं। वह अपनी पहली बीवी कालिंदी के साथ रहते थे। अपनी दूसरी बीवी से उसकी तीन साल की एक बच्ची है। उनकी पहली पत्नी की बहन ने वर्ष 2017 में उन पर बलात्कार का मुकदमा भी दर्ज कराया था।
संयुक्त पुलिस आयुक्त नवीन अरोड़ा ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि रंजीत और उसकी पत्नी के बीच झगड़ा था और इस सिलसिले में गोरखपुर में एक मुकदमा भी दर्ज है। जांच में इस बात को भी ध्यान में रखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि मौका-ए-वारदात की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही हैं। मामले की जांच के लिए अपराध शाखा की आठ टीम बनाई गई हैं।