नई दिल्ली। 8 पुलिस कर्मियों को मौत के घाट उतारने वाले कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस चप्पे-चप्पे को छान रही है। विकास दुबे की जानकारी देने के लिए पुलिस ने इनाम भी घोषित किया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने विकास दुबे पर 50,000 रुपए का इनाम रखा है।
विकास दुबे को पकड़ने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की 20 टीमें अलग-अलग जिलों में छापा मार रही हैं। कानपुर शूटआउट के मामले में पुलिस पूरी रात छापेमारी करती रही। पुलिस की क़रीब बीस टीमें अलग-अलग ज़िलों में दबिश दे रही है। ये वो स्थान थे, जहां विकास दुबे के रिश्तेदार और परिचित रहते हैं। पुलिस ने इस मामले मे 12 और लोगों को हिरासत में लिये है जिनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने इन लोगों को मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर उठाया है। दरअसल इन लोगों से विकास दुबे की घटना से पहले पिछले चौबीस घंटों में बातचीत हुई थी।
हैरानी की बात है कि विकास के कॉल डिटेल मे कुछ पुलिसवालों का नम्बर भी आया है। जांच कर रही टीम इस बात की भी जाँच कर रही है कि क्या रेड की सूचना विकास को किसी पुलिसवालों ने ही दी थी? अगर ऐसा पाया जाता है तो इस मामले में कुछ पुलिसवाले भी साज़िश के आरोप में लपेटे में आ सकते है। चौबेपुर थाने के दरोगा विनय तिवारी से भी पुलिस और एसटीएफ ने पूछताछ की है और पूरे घटनाक्रम को समझा है। पूरी घटना चौबेपुर थाना क्षेत्र में ही हुई थी।
अभी तक हुई पुलिस जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। जांच में पता चला है कि विकास को दुबे पुलिस विभाग के ही किसी कर्मचारी ने सूचना दी थी, जिसकी वजह से वह पुलिस पर हमला कर भागने में सफल रहा। अभी तक की जांच में चौबेपुर थाने के दरोगा पर मुखबरी का शक व्यक्त किया गया है। पुलिस ने 12 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इसके अलावा विकास दुबे की कॉल रिकॉर्ड में कई पुलिस वालों के नंबर मिले हैं। इस आधार पर अब पुलिस दरोगा, सिपाही और होमगाई से भी पूछताछ कर रही है।
कानपुर में 8 जवानों की हत्या करने के आरोपी विकास दुबे के संबंध में पुलिस को मोबाइल नंबर 9454400211 पर जानकारी दी जा सकती है। डीजीपी ऑफिस की ओर से बताया गया है कि विकास दुबे और उसके साथियों ने दबिश के लिए गए पुलिसकर्मियों से 6 असलहे भी लूटे थे, जिसमें एक एके-47, एक इंसास राइफल, एक ग्लॉक पिस्टल और दो 9एमएम पिस्टल शामिल हैं।