लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अन्य राज्यों से आ रहे प्रवासी श्रमिकों और कामगारों में 117 लोगों की कोविड—19 जांच के परिणाम में 26 लोग कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ''आशा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश में आये चार लाख 75 हजार 812 प्रवासी श्रमिकों और कामगारों का सर्वेक्षण किया। इनमें से 565 लोग कोरोना संक्रमण के किसी ना किसी लक्षण जैसे सांस लेने में तकलीफ, सर्दी, खांसी और बुखार वाले मिले। इनकी जांच करायी गयी और 117 लोगों की जांच के परिणाम आये हैं, जिनमें से 26 पाजिटिव पाये गये हैं।''
प्रसाद ने कहा कि उक्त प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों में संक्रमण का प्रतिशत 22 .2 है जबकि प्रदेश का कुल मिलाकर संक्रमण का प्रतिशत 2.6 है यानी प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों में नौ गुना अधिक संक्रमण पाया गया है । उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप का लगातार उपयोग किया जा रहा है और स्वास्थ्य विभाग के नियंत्रण कक्ष से 20,768 फोन किये जा चुके हैं। जिन्हें फोन किया गया, उनमें से 50 लोग कोविड—19 पाजिटिव पाये गये और उनकी इस समय विभिन्न अस्पतालों में चिकित्सा की जा रही है।
उन्होंने बताया कि 23 लोग उपचारित हो चुके हैं और 181 लोगों को पृथक-वास केन्द्रों में रखा गया है। उन्होंने बताया कि बीते 24 घंटे में संक्रमण के 237 मामले सामने आये और अब तक कुल 118 लोगों को इस संक्रमण की वजह से जान गंवानी पड़ी है। कोरोना संक्रमण के कुल प्रकरणों की संख्या 4748 है जबकि 2783 लोग उपचारित हो चुके हैं। पृथक-वास केन्द्रों में 10, 983 लोगों को रखा गया है जबकि 1964 लोग विभिन्न चिकित्सालयों या चिकित्सा महाविद्यालयों में इलाज करा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि सोमवार को 6870 नमूनों की जांच की गयी। कुल 693 पूल लगाये गये और इनमें से 48 पूल संक्रमित पाये गये। उन्होंने बताय कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को निर्देश दिया कि राज्य के हर जनपद में संक्रामक रोग की जांच के लिए एक प्रयोगशाला स्थापित की जाए। इसके लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग कार्ययोजना बनाएगा। जहां-जहां मेडिकल कालेज हैं, वहां चिकित्सा शिक्षा विभाग और जहां नहीं हैं, वहां स्वास्थ्य विभाग ऐसी प्रयोगशालाएं स्थापित करेगा ताकि संचारी एवं संक्रामक रोगों की जनपद स्तर पर ही जांच हो सके।