लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 303 और मरीजों की मौत हो गई जबकि 30,317 नये मामले सामने आये। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने शनिवार को पत्रकारों को बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटे में 303 और मरीजों की मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में संक्रमण दर में पिछले दिनों की अपेक्षा कमी आई है और पिछले 24 घंटे में जितने नये मरीज मिले हैं उससे अधिक उपचार के बाद स्वस्थ होकर घर लौटे हैं।
प्रसाद ने कहा , ‘‘पिछले 24 घंटे में 30,317 नये मामले सामने आये हैं जबकि इसी अवधि में स्वस्थ होकर घर जाने वाले मरीजों की संख्या 38,826 है, अर्थात जितने और लोग संक्रमित हुए हैं उससे लगभग साढ़े आठ हजार अधिक लोग आज स्वस्थ हुए हैं।' उन्होंने बताया कि अब तक 9,67,797 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं।
अपर मुख्य सचिव के मुताबिक इस समय राज्य में उपचाररत मरीजों की संख्या घटकर 3,01,833 रह गई है जिनमें 2,47, 257 पृथकवास में अपना उपचार करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को 2.66 लाख से ज्यादा नमूनों की जांच की गई जबकि अब तक 4.10 करोड़ से ज्यादा नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है।
हम ऑक्सीजन प्लांट लगाना चाहते लेकिन प्रशासन अनुमति नहीं दे रहा: धर्मेंद्र यादव
बदायूं के पूर्व सांसद और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र यादव ने दावा किया है कि उन्होंने जिले के राजकीय मेडिकल कालेज में ऑक्सीजन संयंत्र लगाने की अनुमति मांगी है लेकिन जिला प्रशासन ने अभी तक अनुमति नहीं दी है। यादव ने बताया कि ऑक्सीजन की कमी से लगातार मौतें हो रही है जो काफी दुखद है। उन्होंने दावा किया कि वह जिले के राजकीय मेडिकल कालेज में स्वयं के संसाधनों से एक ऑक्सीजन संयंत्र लगवाना चाहते हैं जिसको लेकर उन्होंने प्रशासन से अनुमति मांगी है लेकिन प्रशासन उनको अनुमति नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि अगर इस संकटकाल में अनुमति मिल जाती है तो ऑक्सीजन की कमी से जिले में किसी की मौत नहीं होगी।
पूर्व सासंद का कहना था कि इस समय राजनीति से ऊपर उठकर उनको संयंत्र लगवाने की अनुमति मिलनी चाहिए ताकि जिले के लोगों को उसका लाभ मिल सके, इसके लिए जितना भी खर्चा आएगा उसके पैसे की व्यवस्था कर ली गई है। इस मामले पर बदायूं की जिलाधिकारी दीपा रंजन ने संपर्क करने पर कहा कि पूर्व सांसद से राजकीय मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन संयंत्र लगाने हेतु तो वार्ता हुई है किंतु उन्होंने अभी लिखित रूप में कुछ भी नहीं दिया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि यदि वह लिखित रूप में देते हैं और यह उल्लेख करते हैं कि राजकीय मेडिकल कॉलेज में अपने निजी खर्चे से ऑक्सीजन संयंत्र लगाएंगे अथवा राज्यसभा सदस्य या विधान परिषद सदस्य की निधि से लगाया जाएगा तो यह स्पष्ट होने के बाद ही इस पर विचार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि यादव किसी निधि से पैसा एकत्रित करके देते हैं तो उसकी निविदा कराई जाएगी और यदि निजी खर्चे से ऑक्सीजन प्लांट लगवाना चाहते हैं तो उसके लिए उनके स्तर से शासन से अनुमति ले ली जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि यदि यादव बदायूं राजकीय मेडिकल कालेज में ऑक्सीजन प्लांट लगवाना चाहते हैं तो लिखित में अपना पत्र दे सकते हैं।