लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को उत्तर प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार के पास 70 हजार बस हैं और अगर वह चाहती तो प्रदेश के श्रमिकों को ही नहीं, झारखंड, बिहार और इधर से गुजरने वाले अन्य राज्यों के मजदूरों को भी पैदल नहीं चलना पड़ता, लेकिन इतनी बस होने के बावजूद मजदूर पैदल चलते-चलते मर गए।
उन्होंने आज एक बयान में कहा, “लॉकडाउन के बावजूद बीमारी कम नहीं हुई, संक्रमण बढ़ता गया, अर्थव्यवस्था भी बर्बाद हो गई। अब ऐसे में सरकार को विशेषज्ञों की राय लेकर इस बारे में विचार करना चाहिए, जिससे बीमारी भी रुके और व्यापार भी चले तथा अर्थव्यवस्था में सुधार हो।"
सपा अध्यक्ष ने कहा, “इस सरकार में देश की अर्थव्यवस्था पहले से ही खराब थी, लेकिन जब से कोविड-19 महामारी आई है तबसे अर्थव्यवस्था और खराब हो रही है। ऐसी स्थिति में लोगों को रोजगार कहां से मिलेगा?”
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश और प्रदेश की भोली-भाली जनता को भावनात्मक मुद्दों के जरिए फंसाने का काम करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने गरीबों, किसानों और मजदूरों को जो सपना दिखाया था वह टूट गया है।
यादव ने बयान में पूछा, “भाजपा ने अच्छे दिन के जो सपने दिखाए थे वह पिछले छह सालों में क्या पूरे हुए? आज भाजपा को कुछ सोचना चाहिए कि वह अच्छे दिन वाले सपने कब पूरे होंगे?”