लखनऊ। राजस्थान के कोटा में फंसे छात्रों को वापस लाने के बाद अब उत्तर प्रदेश सरकार ने दूसरे राज्यों में फंसे अपने मजदूरों को भी वापस लाने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा है कि दूसरे राज्यों में फंसे जिन मजदूरों ने 14 दिन का क्वॉरन्टीन पूरा कर लिया है उन्हें वापस लाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य राज्यों में 14 दिन का क्वॉरन्टीन पूरा कर चुके अपने प्रदेश के श्रमिकों, कामगारों तथा मजदूरों को चरणबद्ध तरीके से वापस लाया जाएगा। इसके लिए एक कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया है। अधिकारियों से संबंधित राज्य में स्थित प्रदेश के मजदूरों का विवरण दर्ज करने को कहा गया है। ऐसे लोगों की स्क्रीनिंग व टेस्टिंग कराने के बाद इन्हें संबंधित राज्य सरकार को इन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया प्रारंभ करने को कहा जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रदेश की सीमा तक संबंधित राज्य सरकार द्वारा इन्हें लाए जाने के बाद ऐसे लोगों को बस द्वारा इनके जिले में भेजा जाएगा। यह लोग जिस जनपद में जाएंगे, वहां 14 दिन क्वॉरन्टीन करने के लिए पूरी व्यवस्था समय से सुनिश्चित की जाएगी।
अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जिले के शेल्टर होम/आश्रय स्थल को खाली कर सैनेटाइज किया जाए। शेल्टर होम पर कम्यूनिटी किचन के सुचारू संचालन के लिए सभी प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं, ताकि इन लोगों के लिए ताजे व भरपेट भोजन की व्यवस्था हो सके। 14 दिन की संस्थागत क्वॉरन्टीन पूरा करने वालों को राशन की किट व एक हजार रुपए के भरण-भोषण भत्ते के साथ होम क्वॉरन्टी के लिए भेजा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रदेश में कोई भूखा न रहे इसके लिए कम्यूनिटी किचन के संचालन के साथ-साथ जरूरतमंदों को खाद्न्न वितरित किया जाए। कम्यूनिटी किचन की सराहना करते हुए इस व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के निर्देश दिए गए हैं।