नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बड़े रेलवे स्टेशनों में से एक मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम आखिरकार उत्तर प्रदेश सरकार ने बदल दिया है। मुगलसराय स्टेशन अब से पं. दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन के नाम से जाना जाएगा। ये स्टेशन उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में आता है। 1862 में बने इस स्टेशन का नाम बदले का कवायद पिछले साल शुरू हुई थी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाम बदलने के प्रस्ताव को केंद्र सरकार के पास भेजा था जिसे केंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया।
इसके बाद इस प्रस्ताव को उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक के पास भेजा गया था। अब इसे उत्तर प्रदेश के राज्यपाल ने भी स्वीकार कर लिया है। यात्रियों ने नए नाम होने पर शुरू में कुछ दिक्कतें सामने आने की बात कही है। हालांकि इस बदलाव का विपक्ष ने जमकर विरोध किया है। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के कदम को जनसंघ के अध्यक्ष रहे पं. दीनदयाल उपाध्याय की विरासत को पुनर्जीवित करने की कोशिश के तहत देखा जा रहा है।
उनकी मुत्यु 1968 में इसी जंक्शन पर हुई थी। वर्ष 1968 में उपाध्याय का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मुगलसराय स्टेशन के एक प्लेटफार्म पर मिला था। वाराणसी से सिर्फ 20 किलोमीटर दूर ये स्टेशन पूर्व में जाने वाली गाड़ियों के लिए बड़े स्टेशन के तौर पर जाना जाता है। मुगलसराय पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्मस्थान भी है।