लखनऊ: उत्तर प्रदेश में एपिडेमिक ऐक्ट के लागू होने की अवधि को बुधवार को बढ़ा दिया गया। प्रदेश की योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए एपिडेमिक ऐक्ट को बढ़ाने को लेकर शासनादेश भी जारी कर दिया है। शासनादेश के मुताबिक, सूबे में यह ऐक्ट अब 30 जून 2021 तक लागू रहेगा। 31 मार्च 2021 को यूपी एपिडेमिक ऐक्ट की अवधि समाप्त हो रही थी। केंद्र और राज्य, दोनों ही सरकारों ने एपिडेमिक ऐक्ट की अवधि को 30 जून तक के लिए बढ़ाया है। उत्तर प्रदेश समेत देश के लगभग सभी राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है।
यूपी में आए 1200 से ज्यादा नए मामले
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड-19 संक्रमित 11 और लोगों की मौत हो गई तथा 1230 नए मरीजों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बुधवार को बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 संक्रमित 11 और लोगों की मौत हो गई, जिससे राज्य में इस वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 8811 हो गई है। उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा 4 मरीजों की मौत राजधानी लखनऊ में हुई है। इसके अलावा कानपुर और प्रयागराज में दो-दो तथा वाराणसी, मुजफ्फरनगर और चंदौली में एक-एक मरीज की मृत्यु हुई है।
राज्य में 56 लाख से ज्यादा लोगों का टीकाकरण
प्रसाद ने बताया कि राज्य में अब तक 56 लाख 65 हजार कोविड-19 की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि इनमें से 46 लाख 75 हजार लोगों को टीके की पहली खुराक, जबकि नौ लाख 90 हजार लोगों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। प्रसाद ने बताया कि अब तक 8.9 लाख स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड-19 का टीका लगाया जा चुका है। इनमें से 5 लाख को टीके की दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है। उन्होंने बाकी बचे स्वास्थ्यकर्मियों से टीके की दूसरी खुराक लगवाने की अपील की।