लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का निधन हो गया है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का लंबी बीमारी के बाद शनिवार को निधन हो गया। कल्याण सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख व्यक्त किया है। संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) द्वारा शनिवार रात जारी बयान में बताया गया कि सिंह लंबे समय से बीमार थे और उनके अंगों धीरे-धीरे काम करना बंद कर दिया जिससे शनिवार शाम उनका निधन हो गया।
गौरतलब है कि वयोवृद्ध नेता कल्याण सिंह को पिछली 4 जुलाई को संक्रमण और हल्की बेहोशी की वजह से SGPGI के ICU में भर्ती कराया गया था। इससे पहले उनका इलाज डॉक्टर राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट में चल रहा था। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि 23 तारीख को नरौरा में गंगा तट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि 'कल्याण सिंह जी का जनमानस से अद्भुत जुड़ाव था। मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने दृढ़तापूर्वक साफ़-सुथरी राजनीति को प्रश्रय दिया व शासन-व्यवस्था से अपराधियों-भ्रष्टाचारियों को बाहर किया। उन्होंने पदों की गरिमा बढ़ाई। उनके निधन से हुई क्षति अपूरणीय है। मेरी हार्दिक शोक संवेदनाएं!'
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा 'मैं अपने दुख को शब्दों में जाहिर नहीं कर सकता। कल्याण सिंह जी...राजनेता, अनुभवी प्रशासक, जमीनी स्तर के नेता और महान इंसान। उत्तर प्रदेश के विकास में उनका अमिट योगदान है। मैंने उनके पुत्र श्री राजवीर सिंह से बात की और संवेदना व्यक्त की। ओम् शांति।'
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर कहा कि 'हमारे वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह जी के निधन का समाचार सुनकर अत्यंत व्यथित हूं। जनसंघ और भाजपा को उत्तर प्रदेश में खड़ा करने में कल्याण सिंह जी का सबसे महत्वपूर्ण योगदान रहा है।'केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 'कल्याण सिंह जी के निधन से मैंने अपना बड़ा भाई और साथी खोया है। उनके निधन से आई रिक्तता की भरपाई लगभग असम्भव है। ईश्वर उनके शोक संतप्त परिवार को दुःख की इस कठिन घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे।'
लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने ट्वीट कर कहा कि 'कल्याण सिंह जी के निधन से आज हमने एक ऐसा विराट व्यक्तित्व खो दिया जिसने अपने राजनीतिक कौशल, प्रशासकीय अनुभव और विकासोन्मुखी दृष्टिकोण से राष्ट्रीय स्तर पर एक अमिट छाप छोड़ी। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।'
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुआ था जन्म
बता दें कि कल्याण सिंह का जन्म 5 जनवरी 1932 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के अतरौली तहसील के मढ़ौली गांव में हुआ था। कल्याण सिंह की पहचान एक हिंदुत्ववादी नेता और प्रखर वक्ता की थी। एक दौर में कल्याण राम मंदिर आंदोलन के सबसे बड़े चेहरों में से एक थे।
यूपी में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री बने
कल्याण सिंह 2 बार यूपी के मुख्यमंत्री रहे। वह भाजपा के यूपी में पहले सीएम भी थे। पहले कार्यकाल में 24 जून 1991 से 6 दिसम्बर 1992 तक और दूसरी बार 21 सितंबर 1997 से 12 नवंबर 1999 तक मुख्यमंत्री रहे। कल्याण सिंह 1967 में पहली बार अतरौली से विधायक बने थे। कल्याण सिंह 10 बार विधायक चुने गए। कल्याण सिंह 4 सितंबर 2014 से 8 सितंबर 2019 तक राजस्थान के राज्यपाल रहे। कल्याण सिंह ने 1991 में अपने दम पर यूपी में सरकार बनाई थी। इसके बाद कल्याण सिंह यूपी में भाजपा के पहले सीएम बने।
कल्याण ने बाबरी मस्जिद गिराने की नैतिक जिम्मेदारी ली थी
6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी ढांचा गिराए जाने के दौरान कल्याण सिंह यूपी के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने कारसेवकों पर गोली चलाने की अनुमति नहीं दी थी। ढांचा गिराए जाने के बाद कल्याण ने इस्तीफा सौंप दिया था। बाबरी मस्जिद विध्वंस के लिए कल्याण सिंह को जिम्मेदार माना गया। कल्याण सिंह ने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन दूसरे दिन केंद्र सरकार ने यूपी की भाजपा सरकार को बर्खास्त कर दिया।
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