प्रयागराज: पिछले हफ्ते कोरोना के कारण एक इंजीनियर की मौत हो गई और अब उसके परिवार के 10 सदस्यों को कलिंदीपुरम इलाके में एक अपार्टमेंट में क्वॉरन्टीन में रखा गया है। सारे सदस्य एक साथ हैं और क्वॉरन्टीन में रहने को लेकर वे तो तनाव में भी नहीं हैं, मगर उनका कुत्ता तनाव में है। इस परिवार की चिंता अपने कुत्ते मैक्स को लेकर है, जो उनके साथ ही क्वॉरन्टीन में है। परिवार के एक सदस्य अनुराग सिंह ने कहा, ‘हममें से कोई भी मैक्स को अकेला छोड़ने के लिए तैयार नहीं था, क्योंकि हमें डर था कि वह उपेक्षित हो जाएगा और हमारी अनुपस्थिति में कुछ नहीं खाएगा। वह हमारे परिवार का अभिन्न अंग है।’
यह परिवार 9 महीने के कुत्ते के बारे में इसलिए चिंतित है क्योंकि वो क्वॉरन्टीन सेंटर में भी खाना नहीं खा रहा है। इसके पीछे कारण है कि उसका पसंदीदा भोजन यहां उपलब्ध नहीं है। अनुराग ने कहा, ‘उसका वजन कम हो रहा है और वह दुखी लग रहा है। हम उसे टमाटर केचप के साथ पूड़ी, अंडे और रोटी देते हैं लेकिन उसे यह खाना पसंद नहीं है।’ बढ़ते तापमान के कारण भी मैक्स असहज है। अनुराग ने कहा, ‘हमारे पास क्वॉरन्टीन सेंटर में एयर कंडीशनर या कूलर नहीं है और मैक्स गर्मी बर्दाश्त नहीं कर सकता।’ परिवार अब मैक्स के लिए घर ढूंढ रहा है।
अनुराग ने कहा, ‘हम किसी ऐसे व्यक्ति की तलाश कर रहे थे जो मैक्स को अपने साथ रख सके और उसे एक सप्ताह तक ठीक से खिला सके, जब हमारी क्वॉरन्टीन अवधि खत्म हो जाएगी, हम उसे वापस ले लेंगे।’ हालांकि, ऐसा लगता है कि कोई भी परिवार कुत्ते को लेने के लिए तैयार नहीं है, क्योंकि उन्हें डर है कि वह क्वॉरन्टीन में परिवार के साथ रहने के बाद कोरोना संक्रमित हो सकता है। यहां तक कि प्रयागराज में कुत्ते के क्लीनिक ने भी कुत्ते की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है। अब तो इस कुत्ते को ऐसी ही स्थिति में रहना होगा, जब तक कि परिवार क्वॉरन्टीन सेंटर से बाहर नहीं निकल जाता।