बागपत: बागपत में सब इंस्पेक्टर की दाढ़ी पर विवाद के बाद उत्तर प्रदेश के डीजीपी हितेश चन्द्र अवस्थी ने पुलिस वालों के लिए सर्कुलर जारी कर पुलिस में वर्दी, जूते, दाढी, मूछ के लिए जो नियम है उनका सख्ती से पालन करने के लिए कहा गया है। सर्कुलर में कहा गया है कि सिख धर्म के अलावा सभी पुलिसकर्मियों को दाढी क्लीन शेव करना होगा। धार्मिक आधार पर कुछ दिनों के लिए दाढी रखने के लिए परमीशन लेनी होगी। इसके अलावा लम्बे बाल रखने की अनुमति नही होगी। नियम के अनुसार पुलिस वालों को वर्दी में रहना होगा, पैटर्न शू पहनना होंगे। पुलिसकर्मी जूता, चप्पल, सैंडिल नही पहन सकेंगे और कमीज़ के बटन खुले नही रख सकेंगे।
निलंबित दारोगा ने कटवाई दाढ़ी, कप्तान ने किया बहाल
उत्तर प्रदेश के बागपत जनपद में दाढ़ी रखने पर अनुशासनहीनता में निलंबित किए गए दारोगा इंतसार अली ने आखिरकार कार्रवाई होने के बाद अपनी दाढ़ी कटवा ली। पुलिस अधीक्षक ने अली को फिर से बहाल कर दिया। बागपत के पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने बताया कि दारोगा इंतसार अली अपनी दाढ़ी कटवाकर आज उनसे मिलने आए थे और अपने कृत्य पर खेद भी जताया, जिसके बाद उनका निलंबन रद्द करते हुए उन्हें रमाला थाने में तैनाती दी गई है।
दरअसल, पुलिस में सिखों को छोड़कर किसी भी धर्म के शख्स को दाढ़ी रखने के लिए अपने आला अधिकारियों से पूर्व स्वीकृति लेनी होती है। उन्होंने कहा कि बागपत के रमाला थाने में तैनात दारोगा इंतसार अली ने दाढ़ी बढ़ा ली, लेकिन इसके लिए उन्हें कोई स्वीकृति नहीं दी गई थी।
उन्होंने कहा कि दारोगा इंतसार अली को अनुशासनहीनता को लेकर चेतावनी दी गई, लेकिन उन्होंने दाढ़ी नहीं कटवाई। एसपी ने बताया कि 20 अक्टूबर को कार्रवाई करते हुए दारोगा को निलंबित कर दिया गया था। निलंबित दारोगा कैमरे पर बोलने से बच रहे थे, लेकिन शनिवार को दाढ़ी कटवाकर दारोगा इंतसार अली कप्तान से मिलने पहुंच गए। एसपी ने भी देर नहीं की और अली की बहाली कर दी।