लखनऊ: उत्तर प्रदेश में रविवार को कोरोना वायरस के 125 नए पॉजिटिव केस सामने आए। इसके साथ ही राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1100 हो गई। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने दी। विभाग के मुताबिक, नए 125 कोरोना संक्रमितों में आगरा के 43, सहारनपुर के 19, मुरादाबाद के 18, लखनऊ के 2, गाजियाबाद के 11, मेरठ के 4, बस्ती के 3, आजमगढ़ का 1, फिरोजाबाद के 10, बदाय के 3, रामपुर के 8 और इटावा, कन्नौज तथा मऊ का 1-1 व्यक्ति शामिल है।
वहीं, विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक, राज्य के कुल 1100 कोरोना पॉजिटिव लोगों में आगरा के 240, लखनऊ के 165, गौतम बधु नगर के 95, गाजियाबाद के 41, कानपुर नगर के 30, मुरादाबाद के 57, मेरठ के 74, फिरोजाबाद के 48 और सहारनपुर के 72 लोग शामिल हैं। इनके अलावा बाकि लोग राज्य के दूसरे जिलों से हैं। राज्य के कुल 50 जिले कोरोना वायरस की चपेट में हैं। हालांकि, राज्य में अभी तक कुल 127 लोग ठीक होकर घर लौट गए हैं।
लेकिन, दुख की बात यह है कि राज्य में 17 लोगों की कोरोना वायरस के कारण मौत हो गई है। ऐसे में राज्य के भीतर कुल 956 कोरोना संक्रमण के मामले एक्टिव हैं, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। बुलेटिन में बताया गया है कि रविवार तक तबलीगी जमात, इनके सम्बंध व्यक्ति तथा इनके संपर्क मेंआए अन्य व्यक्तियों में से कुल पुष्ट रोगियों की सांख्या 781 है। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि राज्य के विभिन्न पृथक वार्ड में 1050 लोगों को रखा गया है।
प्रसाद ने बताया मरीजों के आयु वर्ग की बात करें तो 0 से 20 वर्ष तक के 18% मरीज हैं। इसके अलावा 21 से 40 वर्ष आयु वर्ग तक के 47.3%, 41 से 60 वर्ष आयु वर्ग के 24.7% और 60 साल से अधिक उम्र के 9.4% लोग संक्रमित हैं। कुल संक्रमित लोगों में पुरुषों का प्रतिशत 78 है और महिलाओं का प्रतिशत 22 है। उन्होंने बताया कि सरकार को केंद्र से रैपिड टेस्टिंग किट मिले थे, जिनका उपयोग शुरू कर दिया गया है। परसों नोएडा से इसके इस्तेमाल की शुरुआत की गई है।
प्रसाद ने बताया कि किसी की बीमारी की पुष्टि के लिए इस किट का प्रयोग नहीं किया जाएगा बल्कि यह जानने के लिए किया जाएगा कि किसी क्षेत्र में कोरोना संक्रमण है या नहीं है। रोगी की संक्रमित होने की पुष्टि केवल प्रयोगशालाओं के जरिए ही की जाएगी। इस बीच गृह विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कोविड-19 के मद्देनजर पैदा सूरते हाल में मदद के लिए बनाए गए केयर फंड में अभी तक 204 करोड़ रुपए से अधिक धनराशि जमा की जा चुकी है।