लखनऊ: उत्तर प्रदेश में शनिवार को कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1793 पहुंच गई। हालांकि, इनमें से 261 लोग इलाज के बाद ठीक होकर घर वापस लौट गए हैं जबकि राज्य में 27 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो गई। यह जानकारी राज्य सरकार द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन में दी गई। हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, शनिवार को राज्य में 177 नए कोरोना वायरस के केस मिले।
शनिवार को उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि मृतकों में अधिकांश लोग या तो अधिक उम्र के थे या फिर किसी अन्य बीमारी से ग्रस्त थे। ''इसीलिए हम बार बार अनुरोध कर रहे हैं कि बुजुर्गों को संक्रमण से बचाना है।'' उन्होंने बताया कि वैसे 60 साल से अधिक उम्र के लोगों में संक्रमण का प्रतिशत पहले दस प्रतिशत से अधिक था जो अब घटकर 7.93 प्रतिशत रह गया है।
प्रसाद ने बताया कि कल 4115 नमूने जांच के लिए लिये गये। कुल 3719 नमूने लैब भेजे गये। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि अस्पतालों से जो संक्रमण हो रहा है, यह संक्रमण का बड़ा स्रोत निकल कर आ रहा है। कई जिलों में अस्पतालों से संक्रमण फैला है।
प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि अस्पतालों में संक्रमण रोकथाम प्रोटोकाल की पूरी तैयारी हो। उस क्रम में हम लोगों ने आज तय किया कि हर जिले में संक्रमण रोकथाम प्रोटोकाल होगा और अपर मुख्य चिकित्साधिकारी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि टीम में आईएमए के प्रतिनिधि, डाक्टर, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ के प्रतिनिधि, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी शामिल होंगे। कल तक समिति का गठन कर दिया जाएगा। प्रमुख सचिव ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में संक्रमण रोकथाम के लिए मौके पर प्रशिक्षण दिया गया है। निजी अस्पतालों को भी 'जूम' प्लेटफार्म पर ट्रेनिंग दी गयी है।
उन्होंने कहा, ''मैं फिर से दोहरा रहा हूं कि इस संक्रमण से घबरायें नहीं बल्कि हमें इससे बचना है। बचाव ही सबसे अच्छा तरीका है। इसके लिए हाथ साबुन—पानी से धोयें, एकदूसरे से दूरी बनाये रखने के नियम का पालन करें, चेहरे मास्क या गमछा बांधें और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय करें।''