लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान कोविड-19 से 53 और मरीजों की मौत होने से बुधवार को मृतकों की संख्या 2638 हो गयी। अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि 49, 645 मरीजों का उपचार चल रहा है। गत 16 अगस्त को ऐसे मामलों की संख्या 51, 537 थी यानी तीन दिन में लगभग दो हजार संख्या कम हुई है। प्रदेश में संक्रमितों की संख्या 1, 67, 510 हो गयी है। प्रसाद ने बताया कि अब तक 1, 15, 227 लोग ठीक हो चुके हैं। राज्य में मंगलवार को 5620 लोगों को छुट्टी दी गयी। उन्होंने बताया कि मंगलवार को 1, 07, 768 नमूनों की जांच की गयी। अब तक कुल 40, 75, 174 नमूनों की जांच की जा चुकी है। प्रसाद ने बताया कि वर्तमान में संक्रमण के कुल 49, 645 मामले हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा का सत्र बृहस्पतिवार से, विधायकों की हो रही जांच
उत्तर प्रदेश विधानसभा का तीन दिवसीय मानसून सत्र बृहस्पतिवार से शुरू होगा। सत्र शुरू होने से तीन दिन पहले सोमवार को विशेष जांच अभियान में सचिवालय के बीस कर्मचारी कोविड-19 संक्रमित पाये गये। पिछले दो सप्ताह में कोविड-19 की चपेट में आकर मंत्री कमल रानी वरूण और चेतन चौहान की मौत हो चुकी है। गाजियाबाद से विधायक एवं प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अतुल गर्ग भी मंगलवार को कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। उन्हें गाजियाबाद में भर्ती कराया गया है।
गर्ग को गाजियाबाद के कौशांबी स्थित यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जाती है। विधानसभा का तीन दिवसीय मानसून सत्र बृहस्पतिवार से शुरू होगा और सोमवार को समाप्त होगा। विधानसभाध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने बताया कि कोविड-19 जांच की सुविधा विधायकों के निवास के पास करवा दी गयी है ताकि उनकी जांच एक दिन में ही हो सकें।
विधायकों के बैठने की व्यवस्था के बारे में बताते हुये दीक्षित ने बताया कि विधायक एक सीट छोड़ कर बैठेंगे। दर्शक दीर्घा भी इस बार विधायकों के लिये आरक्षित होगी। इस बार विधानसभा में कैंटीन जलपान गृह भी नहीं खुलेगा। विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि 403 सदस्यीय विधानसभा में आने वाले सभी सदस्यों की थर्मल स्कैनिंग से जांच की जाएगी। इसके अलावा सभी विधायक मास्क भी पहनेंगे। अगर विधायक मास्क नही पहन कर आयेंगे तो उन्हें उपलब्ध कराये जायेंगे। इसी के साथ विधायकों से अनुरोध किया गया है कि सत्र के दिनों में वह अपने साथ सहवर्ती न लायें। उन्होंने कहा कि सभी पूर्व विधायको से अनुरोध किया गया है कि वह सत्र के दौरान विधानसभा न आयें।