लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की पहचान के लिए हो रही टेस्टिंग की वजह से संक्रमण को काबू करने में मदद मिली है। उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में कोरोना वायरस के कुल 8727 नए मामले दर्ज किए गए हैं। करीब 24 दिन पहले यानि 24 अप्रैल को रोजाना मामलों का आंकड़ा 38055 तक पहुंच गया था। यानि 24 दिन बाद रोजाना आने वाले नए मामलों में 77 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई है।
नए मामले घटने के साथ राज्य में कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है जिस वजह से एक्टिव केस लगातार घट रहे हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में 21108 लोग कोरोना से ठीक होकर डिस्चार्ज हुए हैं। 30 अप्रैल को राज्य में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 310783 की रिकॉर्ड ऊंचाई पर थी और यब यह घटकर 136342 तक आ गई है, यानि अधिकतम एक्टिव मामलों की संख्या में 18 दिनों के अंदर 56 प्रतिशत की गिरावट आई है। राज्य में कोरोना वायरस का रिकवरी रेट अब बढ़कर 90.6 प्रतिशत हो गया है।
कोरोना मरीजों की पहचान के लिए राज्य में टेस्टिंग को लगातार बढ़ाया जा रहा है और एग्रेसिव टेस्टिंग की नीति से ही राज्य में कोरोना के संक्रमण को काबू करने में सहायता मिली है। राज्य सरकार की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार 17 मई को साढ़े चार करोड़ कोविड टेस्ट की सीमा को भी पार कर लिया। राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में कुल 2,79,581 कोविड टेस्ट किये गये। इसमें से 1,14,066 टेस्ट केवल आरटीपीसीआर के माध्यम से हैं।
राज्य में वैक्सीन का टीकाकरण भी तेजी से बढ़ाया गया है। सरकार के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश के 23 जनपदों में 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग के लोगों के वैक्सीनेशन का कार्य प्रारम्भ हो गया है। अब तक 18 से 44 आयु वर्ग के 5,27,293 लोगों को टीका कवर मिल चुका है। जबकि 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में 1,52,24,527 वैक्सीन डोज एडमिनिस्टर हो चुके हैं। वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता हेतु ग्लोबल टेंडर जारी किया गया है।