लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के नए मामलों में कमी आने और कोरोना के उपचार के बाद ज्यादा लोगों के ठीक होने की वजह से राज्य में कोरोना वायरस के एक्टिव मामलों में लगातार कमी देखने को मिल रही है। उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार पिछले 20 दिनों के दौरान राज्य में कोरोना वायरस के एक्टिव मामलों में 68 प्रतिशत की कमी आई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 30 अप्रैल को राज्य में कोरोना वायरस के एक्टिव मामले रिकॉर्ड स्तर 310783 पर थे और अब ये घटकर 103276 रह गए हैं।
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस के 7735 नए मामले दर्ज किए गए हैं। 24 अप्रैल को उत्तर प्रदेश में एक दिन के अंदर रिकॉर्ड 38055 मामले दर्ज किए गए थे, लेकिन उसके बाद राज्य में लगातार केस घटना शुरू हुए हैं। कोरोना के मरीजों की पहचान के लिए उत्तर प्रदेश में भारी संख्या में टेस्टिंग की जा रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में 289210 कोरोना टेस्ट किए गए हैं, यानि कोरोना का पॉटिटिविटी रेट 2.67 प्रतिशत रहा है।
राज्य में कोरोना मरीजों के उपचार के लिए अस्पतालों में बेड की संख्या को लगातार बढ़ाया जा रहा है। राज्य सरकार की तरफ से कहा गया है कि विगत दिवस राज्य के अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में 197 बेड की बढ़ोतरी हुई है।
कोरोना के साथ उत्तर प्रदेश में भी ब्लैक फंगस के मामले सामने आ रहे हैं और इस संबंध में राज्य सरकार ने ब्लैक फंगस को 'अिधसिूचत बीमारी' घोषित करने का फैसला किया है, इस संबंध में आज राज्य सरकार की तरफ से आदेश जारी कर दिया जाएगा। ब्लैक फंगस के उपचार के लिए दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।
हाल के दिनों में राज्य के कई जिलों में हुई बारिश और आगे बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए घनी जनसंख्या वाले क्षेत्रों और अस्पतालों के आस पास सैनेटाइजेशन का अभियान चलाए जाने का निर्देश दिया गया है और इस संबंध में नगर विकास तथा ग्राम विकास विभाग को आदेश दिए गए हैं।