लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 से छह और लोगों की मौत हो गयी तथा संक्रमण के 404 नये मामले सामने आए। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने रविवार को बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 से छह और लोगों की मौत के साथ राज्य में इस वायरस से अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 8576 हो गयी है।
उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में 404 नये मरीजों में संक्रमण की पुष्टि की गयी है, जबकि इसी अवधि में 666 मरीज पूरी तरह ठीक भी हुए हैं। राज्य में इस वक्त 8881 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। अब तक संक्रमण से 5,79,071 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। राज्य में संक्रमण के बाद स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर अब 97.70 प्रतिशत हो गई है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में शनिवार को कुल 1,28,073 नमूनों की जांच की गयी, अब तक कुल 2,62,14,905 नमूनों की जांच की जा चुकी है। प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में शनिवार को 22,643 चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को टीके की पहली खुराक दी गयी थी। बाकी बचे स्वास्थ्य कर्मियों को 22 जनवरी को टीका लगाया जाएगा। टीके की दूसरी खुराक आगामी 15 फरवरी को लगाई जायेगी।
प्रसाद ने सभी लोगों से अपील की है कि जब तक टीके की दोनों खुराक नहीं मिल जाती और रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित नहीं हो जाती तब तक वे कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करें। वहीं, सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने इस मौके पर कहा कि टीकाकरण कार्यक्रम केन्द्र सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देश एवं क्रम के अनुसार संचालित किया जा रहा है, इसमें किसी भी प्रकार का कोई भी बदलाव नहीं किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की संक्रमण को नियंत्रित करने की योजना कारगर सिद्ध हो रही है। यही वजह है कि प्रदेश में कोविड-19 के उपचाराधीन मामलों की संख्या 9000 से भी कम हो गयी है। सहगल ने बताया कि संक्रमण का प्रसार कम होने से औद्योगिक गतिविधियां तेजी से सामान्य हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए मिशन रोजगार चलाया जा रहा है और प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार, स्वरोजगार, कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से रोजगार दिलाने की एक मुहिम चला रही है। इसी क्रम में सरकारी नौकरियों में नियुक्तियों में तेजी लाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि सभी आयोगों, विभागों, निगमों और परिषदों से कहा गया है कि उनके यहां जितनी रिक्तियां हैं, उनको भरने के लिए प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाय। बैंकों से समन्वय करके प्रदेश में अभी तक 7.11 लाख नई कुटीर, लघु एवं मंझोली (एमएसएमई) इकाइयों को 23,533 करोड़ रुपये बैंकों द्वारा ऋण वितरित किये गये हैं।