लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान शुक्रवार (30 अप्रैल) कोविड-19 से सर्वाधिक 332 लोगों की मौत हुई है तथा 34,626 नए मरीजों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में कोविड-19 से 332 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में अब तक महामारी में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 12,570 हो गई है।
प्रसाद ने बताया कि इस अवधि में संक्रमण के 34,626 नए मामले आए हैं जिन्हें मिलाकर प्रदेश में अबतक कुल 12,52,324 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। प्रसाद ने बताया कि पिछले 24 घंटों में बीमारी से कुल 32,494 लोग ठीक हुए हैं। इसके साथ ही अबतक 9,28,971 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं।
प्रसाद के मुताबिक राज्य में इस समय 3,10,783 मरीज उपचाराधीन हैं जिनमें से 2.43 लाख मरीज गृह पृथकवास में अपना उपचार करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में 2.44 लाख से अधिक नमूनों की जांच की गई। राज्य में अब तक 4.07 करोड़ से अधिक नमूनों की जांच हो चुकी है। प्रसाद ने यह भी कहा कि अस्पतालों में कोविड-19 मरीज के प्रवेश के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी के रेफरल पत्र की आवश्यकता नहीं है और इस बारे में आदेश जारी किया जा चुका है।
उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि कल यानि 1 मई से 18 से 44 वर्ष के लोगों का वैक्सीनेशन का कार्य शुरू होना है क्योंकि कल पहला दिन होगा, अभी 7 जनपदों में इसे शुरू किया जाएगा। कल जिन जनपदों में 9000 से ज्यादा सक्रिय मामलें हैं, वहां वैक्सीनेशन का कार्य शुरू किया जाएगा। लखनऊ, कानपुर नगर, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ और बरेली में वैक्सीनेशन का कार्य कल (1 मई) शुरू किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रयास कर रही है कि हर जगह समय पर ऑक्सीजन पहुंचे। इसके लिए टीम-9 में एक विशेष टीम बनाई गई है जिसका कार्य ऑक्सीजन की उपलब्धता का ध्यान रखना और ट्रांसपोर्टेशन कराना है। कल प्रदेश में 620 मीट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई की गई है।
रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोप में 4 गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के कानपुर में क्राइम ब्रांच ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोप में 4 लोगों को गिरफ़्तार किया। ACP क्राइम कानपुर ने बताया, "क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि कुछ लोग 30-35 हजार रुपए में रेमडेसिविर इंजेक्शन बेच रहे हैं। FIR दर्ज़ की गई है और जांच चल रही है।"
1 मई से इन 7 जिलों में 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को लगेगा कोविड-19 टीका
उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को कहा कि वह उन सात जिलों में शनिवार से 18-44 आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण की शुरुआत करेगी जहां पर संक्रमण के नौ हजार से अधिक उपचाराधीन मरीज हैं। इसके बाद अन्य जिलों में भी इस आयुवर्ग के लोगों के टीकाकरण की शुरुआत होगी।
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने शुक्रवार को बताया कि एक मई से 18-44 आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण की शुरुआत सात जिलों में होगी और इसके बाद अन्य जिलों में यह लागू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले चरण में उन सात जिलों में टीकाकरण होगा जहां पर संक्रमण के नौ हजार से अधिक उपचाराधीन मरीज हैं।
प्रसाद के मुताबिक जिन जिलों में टीकाकरण की शनिवार से शुरुआत होगी उनमें लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ और बरेली शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस टीकाकरण के लिए जो सॉफ्टटवेयर बना है उसका परीक्षण भी इन जिलों में किया जाएगा और उसके पश्चात अन्य जिलों में भी इसका विस्ता किया जाएगा।
राज्य सरकार ने 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को कोविड-19 टीका कराने का फैसला किया था और गुरुवार को कोविड-19 टीके की चार से पांच करोड़ खुराक खरीदने के लिए वैश्विक निविदा जारी करने का फैसला किया। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक को टीके की 50-50 लाख खुराक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। प्रसाद ने बताया कि राज्य में अब तक 1.23 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। इसमें 1.01 करोड़ वे लोग हैं जिन्होंने पहली खुराक ली और 22.33 लाख से अधिक लोगों ने दूसरी खुराक ली है। उन्होंने सभी पात्रों से कोविड-19 से प्रतिरक्षा हेतु टीका लगवाने का अनुरोध किया।