लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 1986 नये मामले सामने आये जबकि 24 और मौतों के साथ मृतकों का आंकडा शनिवार (18 जुलाई) को 1108 पहुंच गया। अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि उत्तर प्रदेश में इस समय उपचाराधीन मरीज 17, 264 हैं। उन्होंने बताया कि 28, 664 लोगों को ठीक होने पर अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है। पिछले 24 घंटे के दौरान 24 और मौतें होने से कोरोना वायरस से जान गंवाने वालों की संख्या बढकर 1108 पहुंच गयी है जबकि 1986 नये मामले सामने आए।
प्रसाद ने बताया कि इस समय राज्य में विभिन्न चिकित्सालयों और मेडिकल कालेजों के पृथक वार्ड में 17, 267 लोग भर्ती हैं। पृथकवास केन्द्रों में 4115 लोग हैं, जिनके सैम्पल लेकर जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को राज्य में 46, 769 सैम्पल की जांच की गयी। अब तक कुल 14, 26, 303 सैम्पल जांचे जा चुके हैं। उन्होंने कहा, 'बहुत जल्द हमने जांच में 12 लाख के आंकडे को पार किया था और चार-पांच दिन के भीतर ही हमने आज 14 लाख का आंकडा पार कर लिया। बहुत बडी संख्या में रोज प्रदेश में टेस्टिंग का कार्य चल रहा है। आरटीपीसीआर, एंटीजन और ट्रूनेट के माध्यम से प्रदेश में निरंतर जांच करायी जा रही है।'
उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप का लगातार उपयोग किया जा रहा है तथा उसके जरिए जिन लोगों को एलर्ट आये, ऐसे 3, 04, 635 लोगों को स्वास्थ्य विभाग के नियंत्रण कक्ष और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से फोन कर उनका हालचाल लिया गया। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि निगरानी का कार्य लगातार चल रहा है तथा कुल 30, 366 निषिद्ध क्षेत्रों में 1, 25, 47, 145 घरों में 6, 39, 50, 402 लोगों की निगरानी की गयी है । यह इसलिए होता है कि किसी में लक्षण तो नहीं आ रहे हैं । उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में वातावरण में आर्द्रता बढ़ जाती है। पहले हम कहते थे कि छींकने और खांसने से बूंदें (ड्रापलेट) निकल रही हैं लेकिन ऐसे मौसम में अब बात करने से भी ड्रापलेट निकलते हैं इसलिए दो गज की दूरी बनाये रखिये, मॉस्क, गमछा, दुपटटा या रूमाल से नाक और चेहरा ढांकिये, साबुन पानी से लगातार हाथ धोते रहिये।
प्रसाद ने बताया कि कोविड हेल्पडेस्क भी निरंतर बन रहे हैं। लगभग 50 हजार कोविड डेस्क स्थापित हो चुके हैं। ये काफी उपयोगी साबित हो रहे हैं । नान कोविड केयर पर भी हमारा ध्यान है। संचारी रोग माह चल रहा है, उस पर भी हमारा ध्यान है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में ट्रूनूट मशीनें लगायी गयी हैं ताकि किसी की सर्जरी होनी है और संदेह हो कि वह हॉटस्पाट एरिया से आया है या किसी कोविड पाजिटिव का करीबी रहा है तो उसकी जांच की जाती है ताकि ताकि इलाज किया जा सके।
प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि रोग मुक्त सभी व्यक्तियों की केस हिस्ट्री का अध्ययन कर चिकित्सक और शोध करें। मुख्यमंत्री ने रैपिड एंटीजन टेस्ट की संख्या में बढोतरी के निर्देश दिये हैं। हर जिले में इसकी किट दी जा रही है । उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि आवश्यकता हो तो एंबुलेंस की संख्या बढायी जाए। कोविड संक्रमण के सभी पहलुओं पर त्वरित कार्रवाई के लिए हर जिले में इंटी कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया जाए। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि दो दिन प्रदेश में बाजार बंद किया जाता है । कुछ प्रतिबंध लगाये जाते हैं, जो जागरूकता फैलाने के लिए होते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन के संबंध में व्यापक एवं प्रभावी कार्रवाई का निर्देश दिया है। एंटी लार्वा रसायनों का छिडकाव एवं फागिंग का निर्देश सभी जिलों को दिया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा रोग मुक्त हुए समस्त लोगों की केस हिस्ट्री का अध्ययन करते हुए चिकित्सक और अधिक शोध करें, इससे उपचार की कारगर विधि विकसित करने में मदद मिलेगी। रैपिड एंटीजन टेस्ट की संख्या में वृद्धि की जाए, समस्त जनपदों में एम्बुलेंस की संख्या बढ़ाई जाए। सीएम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संक्रमण की पुष्टि होने पर उपचार हेतु कोविड चिकित्सालय में भर्ती कराया जाए। उन्होंने समस्त जनपदों में एम्बुलेंस की संख्या में वृद्धि के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद स्तर पर इंटीग्रेटड कमाण्ड एवं कन्ट्रोल सेन्टर स्थापित करते हुए इसके माध्यम से एम्बुलेंस सेवाओं के संचालन, मेडिकल स्क्रीनिंग, सर्वे कार्य सहित कोविड-19 की रोकथाम सम्बन्धी समस्त गतिविधियों की मॉनिटरिंग की जाए। उत्तर प्रदेश CMO की ओर से ये जानकारी दी गई है।