आगरा: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को आगरा में गिरफ्तार किया गया है। उन्हें उत्तर प्रदेश-राजस्थान बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया। वह कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी द्वारा प्रवासी श्रमिकों को लाने के लिए जुटाई गईं 1000 बसों को वहां से नोएडा और गाजियाबाद ला रहे थे, उसी वक्त पुलिस ने उनसे इसके लिए अनुमति पत्र/पास मांगा और फिर स्थिति ये बनी की अजय कुमार लल्लू को को गिरफ्तार करना पड़ा।
यह सभी बसें राजस्थान की ओर से लाई जा रही थीं, जिन्हें पुलिस ने बॉर्डर पर रोका तो मौके पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू अपने समर्थकों के साथ पहुंचे। यहां उनकी और पुलिस की नोकझोंक हुई। पुलिस ने उनसे बसों को नोएडा और गाजियाबाद ले जाने का परमिशन लेटर/पास मांगा, जो उन्होंने पुलिस को नहीं दिखाया।
फिर जब पुलिस ने उन्हें नहीं जाने दिया और अजय कुमार लल्लू और उनके समर्थकों ने योगी आदित्यनाथ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। आगरा के एसपी ग्रामीण ने इंडिया टीवी से बताया कि राजास्थान सरकार या किसी भी नेता की तरफ से पास के लिए अप्लाई नहीं किया गया है।
इस पर प्रियंका गांधी ने मौके की वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, "उप्र सरकार ने हद कर दी है। जब राजनीतिक परहेजों को परे करते हुए त्रस्त और असहाय प्रवासी भाई-बहनों को मदद करने का मौका मिला तो दुनिया भर की बाधाएँ सामने रख दिए।"
उन्होंने आगे लिखा, "योगी जी इन बसों पर आप चाहें तो भाजपा का बैनर लगा दीजिए, अपने पोस्टर बेशक लगा दीजिए लेकिन हमारे सेवा भाव को मत ठुकराइए क्योंकि इस राजनीतिक खिलवाड़ में तीन दिन व्यर्थ हो चुके हैं। और इन्ही तीन दिनों में हमारे देशवासी सड़कों पर चलते हुए दम तोड़ रहे हैं।"
इसके बाद प्रियंका गांधी ने अन्य ट्वीट में लिखा, "यूपी सरकार का खुद का बयान है कि हमारी 1049 बसों में से 879 बसें जाँच में सही पायीं गईं। ऊँचा नागला बॉर्डर पर आपके प्रशासन ने हमारी 500 बसों से ज्यादा बसों को घंटों से रोक रखा है। इधर दिल्ली बॉर्डर पर भी 300 से ज्यादा बसें पहुँच रही हैं। कृपया इन 879 बसों को तो चलने दीजिए।"
उन्होंने लिखा, "हम आपको कल 200 बसों की नयी सूची दिलाकर बसें उपलब्ध करा देंगे। बेशक आप इस सूची की भी जाँच कीजिएगा। लोग बहुत कष्ट में हैं। दुखी हैं। हम और देर नहीं कर सकते।"