लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कोविड-19 प्रबंधन हेतु गठित टीम-11 के अध्यक्षों के साथ वर्चुअल माध्यम से बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सीएम योगी ने कहा कि रेमडेसिविर जैसी जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी बड़ा अपराध है। इसमें संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट अथवा रासुका के अंतर्गत कठोरतम कार्रवाई की जाए। रेमडेसिविर सहित किसी भी प्रकार की जीवनरक्षक दवाओं की कोई कमी नहीं है। सभी जिलों में इनकी उपलब्धता सुनिश्चित रखी जाए। इस कार्य में किसी प्रकार की शिथिलता स्वीकार्य नहीं है।
मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक 'रेमडेसिविर के 20,000 से 30,000 बॉयल आज ही प्रदेश को प्राप्त हो जाएंगे। आने वाले तीन दिनों के भीतर रेमडेसिविर की नई खेप भी प्राप्त हो रही है। इनका वितरण पारदर्शितापूर्ण ढंग से किया है। सभी आपूर्तिकर्ताओं से संवाद कर मांग प्रेषित करें। इन इकाइयों के समीप स्थित अस्पतालों से समन्वय बनाकर इन्हें ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जाए। औद्योगिक इकाइयों से ऑक्सीजन वितरण की प्रक्रिया पारदर्शी रखी जाए। इससे संबंधित मंत्री व अधिकारी इस कार्य को तत्परता से पूरा करें।
ऑक्सीजन की उपलब्धता और बेहतर की जाएगी
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन का उत्पादन करने वाली औद्योगिक इकाइयों से संपर्क करें। इनमें MSME इकाइयों की संख्या बहुतायत में है। विशेष परिस्थितियों को छोड़कर सभी औद्योगिक इकाइयों द्वारा उत्पादित कुल ऑक्सीजन का इस्तेमाल मेडिकल संबंधी कार्यों में ही किया जाए। प्रदेश में ऑक्सीजन की सुगम उपलब्धता सुनिश्चित करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। @DRDO_India की सहायता से अगले दो-तीन दिनों में 220 सिलिंडर की क्षमता वाला नया ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कर क्रियाशील कर दिया जाएगा। प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर हर सप्ताह तीन-तीन नए ऑक्सीजन प्लांट भी स्थापित किए जाएंगे। नवीन प्लांट्स के क्रियाशील होने के बाद प्रदेश में ऑक्सीजन की उपलब्धता और बेहतर हो जाएगी। सीएम योगी ने आगे कहा कि भारत सरकार से 750 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आवंटित हो गई है। ऐसे में आवश्यकतानुसार और मांग प्रेषित करें। इसमें किसी भी प्रकार की देरी न हो। देश के सभी सिलिंडर आपूर्तिकर्ताओं से संवाद स्थापित करें। आवश्यकतानुसार सिलिंडरों की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। इन कार्यों के लिए धन का कोई अभाव नहीं है। सभी अस्पतालों और ऑक्सीजन प्लांट्स में 24×7 बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा मेडिकल ऑक्सीजन की सुचारु आपूर्ति के संबंध में स्थापित कंट्रोल रूम 24×7 सक्रिय रहें।
KGMU और RML हॉस्पिटल को पूरी क्षमता के साथ कोविड समर्पित अस्पताल बनाया जाएगा
लखनऊ स्थित बलरामपुर हॉस्पिटल में 255 बेड्स की क्षमता वाला डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल क्रियाशील हो चुका है। इसे बढ़ाकर 700 बेड तक किया जाए। KGMU और RML हॉस्पिटल को पूरी क्षमता के साथ कोविड समर्पित अस्पताल के रूप में संचालित किया जाए। लखनऊ स्थित एरा, हिन्द, डीएस मिश्रा, इंटीग्रल और मेयो मेडिकल कॉलेज को पूरी क्षमता के साथ कोविड हॉस्पिटल के रूप में क्रियाशील रखा जाए। इन कोविड हॉस्पिटलों की आवश्यकताओं का पूरा ध्यान रखा जाए। प्रदेश में किसी भी मेडिकल कॉलेज को मान्यता दिए जाने से पूर्व यह सुनिश्चित किया जाए कि संबंधित मेडिकल कॉलेज में स्वयं का ऑक्सीजन प्लांट जरूर हो। मेडिकल एजुकेशन विभाग द्वारा इस व्यवस्था को तत्काल प्रभावी बनाया जाए। वर्तमान स्थिति में न्यूनतम 100 बेड वाले सभी अस्पतालों में स्वयं का ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की दिशा में कार्यवाही की जाए। इस संबंध में विधायक निधि का सहयोग लिया जा सकता है।
होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को न्यूनतम एक सप्ताह की मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाएगी
सीएम योगी ने कहा कि मरीजों से हर दिन संवाद स्थापित किया जाए। 108 एम्बुलेंस की आधी संख्या केवल कोविड के लिए डेडिकेटेड की जाए। एम्बुलेंस का रिस्पॉन्स टाइम कम से कम हो, इसके लिए विशेष प्रयास किए जाएं। होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को न्यूनतम एक सप्ताह की मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए। कोविड की इस विभीषिका के बीच प्रदेश सरकार हर नागरिक की समस्याओं के समाधान और जरूरतों की पूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्धतापूर्वक कार्य कर रही है। हमारी प्राथमिकता एक-एक व्यक्ति की जान बचाना है।
दूसरी बार मास्क ना पहनने पर पकड़े जाने वालों की फोटो सार्वजनिक की जाएगी
पहली बार बिना मास्क के पकड़े जाने पर रुपए 1,000 का जुर्माना तथा दूसरी बार बगैर मास्क पकड़े जाने पर 10,000 रुपए का जुर्माना लगाया जाए। 10,000 रुपए जुर्माना देने वालों की फोटो को सार्वजनिक करें, जिससे लोगों में मास्क पहनने के प्रति जागरूकता बढ़े। संक्रमण प्रसार को न्यूनतम रखने की दृष्टि से यह अत्यन्त जरूरी है कि कंटेनमेंट जोन के प्राविधानों को सख्ती से लागू किया जाए। इसके साथ-साथ सभी जनपदों में क्वारन्टीन सेंटर को प्रभावी ढंग से क्रियाशील रखा जाए। क्वारन्टीन सेंटर में स्क्रीनिंग तथा आवश्यकतानुसार जांच की व्यवस्था के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग अपनाते हुए ठहरने एवं भोजन आदि की व्यवस्था होनी चाहिए। सीएम हेल्पलाइन 1076 (@CMHelpline1076) द्वारा निगरानी समितियों के सदस्यों से उनके कार्यों के संबंध में फीडबैक लिया जाए।
कोविड से लड़ाई में टेस्टिंग महत्वपूर्ण हथियार- योगी
योगी ने कहा कि प्रदेश में हर दिन सवा 2 लाख से अधिक कोविड टेस्ट हो रहे हैं। कोविड से लड़ाई में टेस्टिंग महत्वपूर्ण हथियार है। अन्य प्रदेशों से आने वाले यात्रियों के लिए एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन तथा बस स्टेशन पर रैपिड एन्टीजन टेस्ट की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का भरपूर उपयोग करते हुए लोगों को जागरूक किया जाए। जागरूकता के लिए प्रचार-प्रसार संबंधी सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। सार्वजनिक स्थानों पर कोविड हेल्प डेस्क पूरी तरह सक्रिय रहें। लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज जैसे अति प्रभावित जिलों के साथ-साथ सभी जिलों में कोविड मरीजों के लिए बेड्स की संख्या मौजूदा स्थिति से दोगुनी की जाए। किसी प्रकार की जरूरत हो तो तत्काल शासन को अवगत कराएं। कोविड टेस्टिंग के लिए नवीन प्रयोगशालाओं की स्थापना अथवा टेस्टिंग क्षमता के विस्तार के लिए इच्छुक संस्थाओं को शासन स्तर से पूरा सहयोग प्रदान किया जाए। टेस्ट क्वालिटी के साथ ही हों, यह सुनिश्चित किया जाए।