लखनऊ। राजधानी लखनऊ में ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि अजीत सिंह हत्याकांड के मामले में अदालत ने पूर्वांचल के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद धनंजय सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) सुशील कुमारी ने शनिवार को यह आदेश अजीत सिंह हत्याकांड के विवेचक व थाना विभूतिखंड के प्रभारी निरीक्षक चंद्रशेखर सिंह की अर्जी पर दिया है। विवेचक के मुताबिक इस मामले की विवेचना के दौरान धनंजय सिंह का नाम प्रकाश में आया है।
आरोपी धनंजय सिंह की गिरफ्तारी के लिए उसके लखनऊ स्थित आवास पर कई बार दबिश दी गई और आस-पास के लोगों से भी जानकारी की गई, लेकिन अभियुक्त नहीं मिला। सिंह के मुताबिक धनंजय ने अदालत में आत्मसपर्मण की अर्जी भी नहीं दी है, लिहाजा उसकी गिरफ्तारी के लिए गैर जमानती वारंट जारी किया जाना आवश्यक है। विवेचक की अर्जी पर सुशील कुमारी ने शनिवार को गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।
उल्लेखनीय है कि जनवरी माह में मऊ जिले के ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि अजीत सिंह की राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड थाना क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी गई। अजीत सिंह आजमगढ़ जिले के पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू हत्याकांड में गवाह थे और आरोपों के मुताबिक माफिया गिरोह ने सुनियोजित तरीके से अजीत सिंह की हत्या कर दी।
बीते दिनों पुलिस ने इसी मामले में आरोपी गिरधारी शर्मा उर्फ कन्हैया उर्फ डाक्टर को अदालत से तीन दिन की पुलिस हिरासत में लिया था, लेकिन पुलिस हिरासत से गिरधारी ने भागने की कोशिश की और पुलिस पर हमला किया तो जवाबी गोलीबारी में वह मारा गया।