सम्भल: उत्तर प्रदेश में सम्भल जिले के नखासा क्षेत्र में बुधवार को धार्मिक ग्रन्थ के अपमान का आरोप लगाकर पुलिस दल पर हमला किए जाने के आरोप में 25 नामजद और लगभग 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
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नायब तहसीलदार नितिन तनेजा ने गुरुवार को बताया कि बुधवार को नखासा थाना क्षेत्र के दीपा सराय मोहल्ले के पास बवाल की सूचना मिलने पर वह उपजिलाधिकारी राशिद खां के साथ मौके पर पहुंचे। खां ने जब भीड़ को समझााने की कोशिश की तो उसमें शामिल कुछ लोगों ने पीछे खड़े अर्दली जय सिंह को खींचकर काफी मारा-पीटा, जिससे वह घायल हो गया। उन्होंने बताया कि उनकी तहरीर पर पुलिस ने बुधवार देर रात नईम, फईम, कल्लू, गप्पू सहित 25 नामजद लोगों तथा 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ बलवा तथा मारपीट का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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मालूम हो कि क्षेत्र में गोकशी की सूचना मिलने पर नखासा थाना प्रभारी ने दलबल के साथ दीपा सराय मोहल्ले में छापेमारी की थी लेकिन वहां कुछ नहीं मिलने पर टीम वापस लौट आई थी। इलाके में पुलिस कार्रवाई की खबर फैलते ही कुछ देर बाद मोहल्ले के लोग एकत्र हुए और उन्होंने छापास्थल पर पुलिस द्वारा उनके धार्मिक ग्रन्थ का अपमान किए जाने का आरोप लगाया। इसी बीच, असमोली थाने की एक गाड़ी उसी इलाके से गुजरी तो भीड़ ने उस पर पथराव कर दिया। गाड़ी में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उच्चाधिकारियों को पथराव के बारे सूचना दी थी, जिस पर उपजिलाधिकारी राशिद खां तथा पुलिस अमला मौके पर पहुंचा था। इस पर भीड़ ने उन पर भी पथराव कर दिया, जिसमें उपजिलाधिकारी का अर्दली जय सिंह तथा 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।