लखनऊ। उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल ने मंगलवार (24 नवंबर) को अयोध्या हवाई अड्डे का नाम बदलकर मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम हवाई अड्डा, अयोध्या रखने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने भगवान राम की नगरी अयोध्या को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाने के लिए अनेकों पहल की है। जल्द ही अयोध्या नगरी वैश्विक पर्यटन के नक्शे पर अतुल्य होगी। देश दुनिया से वहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों पर अमिट छाप छोड़ने के लिए भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर, श्री राम की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा, अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा, वैदिक और आधुनिक सिटी के समन्वित मॉडल के रूप में नव्य अयोध्या के अलावा और भी बहुत कुछ होगा।
बता दें कि, बीते 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हाथों से राम मंदिर निर्माण में लगने वाली प्रथम 9 शिलाओं का पूजन किया और उसके बाद निर्माण कार्य शुरू हो गया। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने निर्माण एजेंसी एलएंडटी व सोमपुरा की कंपनी को मंदिर निर्माण पूरा करने के लिए तीन साल का जो समय दिया है, उसमें मंदिर खड़ा हो जाएगा। लेकिन इसके निर्माण की गति बहुत धीमी है। अभी मंदिर के नींव के 12टेस्ट पिलर्स की मजबूती व लोड क्षमता की ही टेस्टिंग चल रही है। मंदिर के नींव के 1200 पिलर्स का निर्माण 15 अक्टूबर से शुरू करने का ऐलान ट्रस्ट ने किया था, लेकिन यह अभी भी शुरू नहीं हो सका है। निर्माण इकाई के इंजीनियरों का ही कहना है कि मंदिर के नींव के पिलर्स का ही काम पूरा होने में 5 माह का समय लग जाएगा। उसके बाद पत्थरों का काम शुरू होगा।