नोएडा: उत्तर प्रदेश में हुए सात विधान सभा उपचुनाव में बीजेपी ने छह और समाजवादी पार्टी ने एक सीट जीत ली है। 2017 के विधान सभा चुनाव में भी इनसे से छह सीट बीजेपी और एक सपा के पास थी। प्रदेश की सात विधानसभा सीटों पर तीन नवंबर को हुये उपचुनाव की मतगणना मंगलवार सुबह आठ बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई। इनमें मल्हनी सीट पिछले विधानसभा चुनाव में सपा के खाते में गयी थी बाकी सीटों पर भाजपा का ही कब्जा था।
इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डाक्टर दिनेश शर्मा समेत तमाम पदाधिकारियों ने भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पहुँचकर एक-दूसरे को मिठाई खिलाई और बधाई दी। मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उप चुनाव में मिल रहे रूझानों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्रेय देते हुए सरकार के कार्यों और संगठन की मेहनत की चर्चा करते हुए मतदाताओं के प्रति आभार जताया। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष, दोनों उप मुख्यमंत्री, संगठन महामंत्री और प्रदेश सरकार के मंत्रियों और संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के योगदान के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह परिणाम आने वाले चुनाव का संकेत है।
- नोगवां सादात से बीजेपी की संगीता चौहान जीती है। ये सीट योगी सरकार में मंत्री रहे चेतन चौहान की कोरोना से मौत के बाद खाली हुई थी।
- देवरिया सदर से बीजेपी के सत्यप्रकाश मणि त्रिपाठी ने जीत हासिल की है। 2017 विधानसभा चुनाव में यहां से बीजेपी के जन्मेजय सिंह जीते थे जिनके निधन के बाद ये सीट खाली हुई है।
- बुलन्दशहर सदर से बीजेपी की उषा सिरोही जीती है।ये सीट बीजेपी विधायक वीरेंद्र सिंह सिरोही की मौत के बाद खाली हुई।
- फिरोजाबाद के टूंडला से बीजेपी के प्रेमपाल सिंह जीते है।इस सीट पर विधायक रहे एस पी सिंह बघेल लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बन गए है।
- कानपुर के घाटमपुर सीट योगी सरकार में मंत्री रही कमला रानी वरुण की कोरोना से हुई मौत के बाद खाली हुई यहां से बीजेपी के उपेंद्र नाथ पासवान जीते है।
- उन्नाव की बांगरमऊ में बीजेपी के श्रीकांत कटियार ने जीते है।यहां बीजेपी के टिकट पर 2017 में कुलदीप सिंह सेंगर जीते थे सेंगर रेप के आरोप में उम्रकैद की सज़ा काट रहे है।
- जौनपुर की मल्हनी सीट समाजवादी पार्टी के लकी यादव ने जीती है। यहां 2017 में सपा के पारसनाथ यादव जीते थे जिनकी मौत के बाद यहां चुनाव हुए है।