लखनऊ: उत्तर प्रदेश के शामली में जहरीली गैस के रिसाव की चपेट में आकर एक स्कूल के करीब 300 बच्चे बीमार हो गए। बच्चों को पेट, गले, आंख और शरीर के दूसरे अंगों में जलन की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की खबर सामने आते ही प्रशासन ने अपने स्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी है, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहारनपुर के आयुक्त को इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, शामली में बुढ़ाना रोड पर स्थित एक निजी स्कूल सरस्वती शिशु मंदिर में मंगलवार को अचानक कई बच्चों की हालत बिगड़ने लगी। लोगों ने बताया कि स्कूल के पास ही शामली शुगर मिल का बायो गैस प्लांट है। इस शुगर मिल के लोगों ने सड़क के किनारे कथित रूप से रसायन फेंका था, उसी के उत्सर्जित गैस के प्रभाव से बच्चे बीमार हुए हैं। प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले की जांच के आदेश सहारनपुर के कमिश्नर को दिए हैं। शामली के जिलाधिकारी और स्थानीय अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह प्रभावित बच्चों के इलाज में हर संभव मदद करें।
अतिरिक्त महानिदेशक मेरठ जोन प्रशांत कुमार के अनुसार इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि सभी बच्चे सुरक्षित हैं और उनका स्थानीय अस्पतालों में इलाज चल रहा है। स्थानीय लोगों के अनुसार इस रसायन से उठने वाला गंध इतना तेज था कि स्कूल में मौजूद बच्चों पर इसका बहुत बुरा प्रभाव हुआ। गंध के कारण बच्चों के गले में जलन, छाती में जलन और घबराहट होने लगी थी। प्रशासन आगे की कार्रवाई कर रहा है।
बीमार बच्चों को देखकर अस्पताल प्रशासन के फूले हाथ-पांव
वहीं अस्पताल में इतनी बड़ी संख्या में बीमार बच्चों के पहुंचने से इलाज में लगे डॉक्टरों के हाथ-पांव फूल गए। उन्होंने किसी तरह आनन-फानन में बच्चों का इलाज शुरू किया। पर्याप्त इंतजाम न होने के कारण अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई थी। बच्चों से ही अस्पताल के सारे बेड फुल हो गए, जिसकी वजह से यहां आए दूसरे मरीजों का इलाज प्रभावित हो गया। बीमार बच्चों में लगभग 30 बच्चों की हालत ज्यादा खराब बताई जा रही है। इन बच्चों को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।